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बड़कोट में पीने के पानी की किल्लत।
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पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे लोग।
बड़कोट। जनपद के नगर पालिका बड़कोट में भीषण पेयजल किल्लत से जूझ रही है। पानी के लिए नगरवासी लगातार पेयजल पंपिंग योजना की मांग कर रहे हैं। लेकिन, अब तक वित्तीय स्वीकृति नहीं मिली है। पूर्ण सिंह रावत चौथे दिन भी भूख हड़ताल पर डटे रहे। जबकि अनिश्चितकालीन धरना 39वें दिन भी जारी रहा। नगर की महिलाओं ने संत केशवगिरी महाराज के साथ भजन कीर्तन किया।
आज पूर्व विधायक केदार सिंह रावत भी धरना स्थल पहुंचे, जहां उन्होंने आंदोलनकारियों को हड़ताल स्थगित करने का आग्रह किया। साथ ही बताया कि मुख्यमंत्री बड़कोट पेयजल की दिक्कत को लेकर संजीदा हैं। जल्द उक्त पेयजल पम्पिंग योजना स्वीकृत होगी। तात्कालिक व्यवस्था के लिए तीन करोड़ की नलकूप योजना की स्वीकृत करवाते हुए निविदा निकल गयी है।
आन्दोलनकारियों ने भूख हड़ताल व अनिश्चित कालीन धरने के स्थगित के प्रस्ताव को अस्वीकार करते हुए योजना की स्वीकृति तक आंदोलन जारी रखने का आह्वान किया।
आंदोलनकारीयों का कहना है कि नगर पालिका क्षेत्र के सभी वार्डो के नगरवासी पेयजल संकट से जूझ रहें है।सभी यमुना नदी से 72 करोड़ की पम्पिंग पेयजल योजना की वित्तीय स्वीकृत की मांग करते आ रहे है ।जब तक स्वीकृति नही मिली तब तक आंदोलन जारी रहेगा। धरना देने वालो में,
प्रवीन सिंह, जय हो ग्रुप संयोजक सुनील थपलियाल, सहकारी समिति अध्यक्ष अजय रावत, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जशोदा राणा, डीपीसी सदस्य आनन्द राणा, सोबन राणा, धनवीर रावत,ललिता भंडारी, कृष्णा राणा, अमित रावत, विजय रावत भक्त, प्रताप रावत, राजाराम जगूड़ी, नीरज, सोवेंद्र सिंह रावत, अब्बल चन्द कुमाई, महिपाल असवाल, पूर्ण सिंह रावत, एस.एस. रावत, भरत रावत, दिनेश रावत, आराधना, मीनाक्षी, राजेश उनियाल, महिदेव, बृजमोहन, दीपेंद्र, शांति बेलवाल, देवेंद्र, जयेन्द्र सिंह, नीरज चौहान, आलोक, राधाकृष्ण, जगदम्बा, त्रेपन असवाल, चन्द्रमणि जोशी, उपेन्द्र सिंह, संजय सजवाण, आज़ाद डिमरी, सोबेन्द्र सिंह सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।