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राजेन्द्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह धूमधाम से मनाया गया।
बड़कोट: राजेन्द्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय में 3 सितंबर से 5 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण सप्ताह का आयोजन सफलता पूर्वक किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन गृह विज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ. पूजा के मार्गदर्शन में किया गया, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों में स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. विनोद कुमार का विशेष सहयोग और समर्थन इस आयोजन को सफल बनाने में रहा।
राष्ट्रीय पोषण सप्ताह हर वर्ष 1 से 7 सितंबर के बीच पूरे भारत में मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य समाज में पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना है, ताकि लोग संतुलित आहार के महत्व को समझ सकें और एक स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रेरित हो सकें। इस तरह के आयोजन विद्यार्थियों में न केवल ज्ञान का प्रसार करते हैं, बल्कि उन्हें पोषण संबंधी अच्छी आदतें अपनाने के लिए प्रेरित भी करते हैं।
तीन दिनों तक चले इस आयोजन के अंतर्गत भाषण प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता और स्वस्थ व्यंजन प्रतियोगिता आयोजित की गईं। इन प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और पोषण के महत्व पर अपने ज्ञान और रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।
भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान शीतल (बी.ए. तृतीय वर्ष) ने प्राप्त किया, द्वितीय स्थान दीपक कुमार (बी.ए. तृतीय वर्ष) ने हासिल किया, और तृतीय स्थान तनीषा (बी.ए. प्रथम वर्ष) को मिला। क्विज़ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कंचन बाला और आयशा ने प्राप्त किया, द्वितीय स्थान नेहा और सपना को मिला, और तृतीय स्थान पर शीतल रहीं।
पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान शीतल को मिला, द्वितीय स्थान कंचन बाला, और तृतीय स्थान सपना ने प्राप्त किया। स्वस्थ व्यंजन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कंचन बाला, द्वितीय स्थान आयशा, और तृतीय स्थान सपना ने हासिल किया।
इस आयोजन के माध्यम से विद्यार्थियों में पोषण के महत्व को समझने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा मिली। साथ ही, मूल्यांकन समिति (डॉ. अंजू भट्ट, डॉ. संगीता रावत, डॉ. विनय शर्मा, और डॉ. रश्मि उनियाल) के निष्पक्ष मूल्यांकन ने प्रतियोगिताओं को सफलतापूर्वक संपन्न किया।
इस तरह के आयोजन विद्यार्थियों को पोषण के प्रति जागरूक करने और जीवन में इसे लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होते हैं। महाविद्यालय प्रशासन, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने इस सफल आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया और भविष्य में इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों की निरंतरता की उम्मीद जताई।