उत्तरकाशी: उत्तरकाशी से बड़ी खबर सामने आ रही है। गंगोत्री-गौमुख ट्रैक मार्ग पर गंगोत्री से 9 किमी आगे चीड़वासा के पास हिमखण्ड पिघलने के कारण चीड़वासा गधेरे में पानी बढ़ने से उक्त स्थान पर निर्मित अस्थायी लकड़ी की पुलिया क्षतिग्रस्त होने से 2 कावड़ यात्रियों के बहने की सूचना है।
उक्त क्षेत्र में गौमुख की तरफ भोजवासा के पास 35 यात्री GMVN आश्रम में सुरक्षित रूके है। वन विभाग की टीम मौके पर मौजूद है तथा उक्त की खोज-बीन एवं पुलिया के मरम्मत के सम्बन्ध में पुलिस/वन विभाग एवं SDRF द्वारा कार्यवाही की जा रही है। सूरज और मोनू दोनों दिल्ली के बताए जा रहे हैं।
अपडेट
गंगोत्री नेशनल पार्क क रेंज अधिकारी गंगोत्री ने सूचित किया है कि चीडबासा नाले के उद्गम स्थल पर आज हिमखण्ड टूटने व वर्षा के कारण चीडबासा नाले पर बनी अस्थाई पुलिया बह गई थी।
इस पुलिया बहने के बाद नाले को पार करते समय दो यात्री मोनू पुत्र श्री किशोरी लाल, साउथ वेस्ट दिल्ली उम्र 31 वर्ष तथा सूरज पुत्र महावीर साउथ वेस्ट दिल्ली उम्र 23 वर्ष बह गए।
जबकि उनका तीसरा साथी विकास पुत्र सुरेश उम्र 21 वर्ष सुरक्षित है, जो अभी गंगोत्री में है। विकास ने ही उक्त घटना की जानकारी पार्क के कनखू बैरियर पर दी थी। उसके द्वारा यह बताया गया कि पुलिया बहने के बाद वे नाले को पार कर रहे थे। जिस कारण नाले को पार करते समय यह घटना घटित हो गयी।
रेंज अधिकारी ने सूचित किया है कि चीडवासा व भोजवासा में आज कुल लगभग 36 यात्री हैं। जो कि सकुशल है। चीडवासा नाले में सर्च व रेसक्यू का कार्य गतिमान है।