Wednesday , 18 June 2025
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उत्तराखंड : माफिया के लिए खौफ का दूसरा नाम है ये ड्रग्स इंस्पेक्टर

बड़कोट: ड्रग्स माफिया। नकली दवाओं के ऐसे काले कारोबारी, जो आपकी और हमारी जिंदगी में जहर घोल रहे हैं। नकली दवाएं आपकी और हमारी जान के लिए दो तरह से खतरनाक होती हैं। पहला ये कि अगर दवा में गलत केमिकल मिलाया गया हो तब भी जान जा सकती है और उस स्थिति में भी जान का खतरा होता है, जब हम बीमार होते हैं और दवा खाने के बाद भी उसका कोई असर नहीं पड़ता। रुड़की से ऐसा ही काला कारोबार चल रहा था, जिसकी कमर ड्रग्स इंस्पेक्टर मानवेंद्र राणा ने तोड़कर रख दी। ड्रग्स माफिया का पूरा काला चिट्ठा खोलकर रख दिया। ये काला कारोबार पूरे देश में फैला था।

उत्तरकाशी जिले के नौगांव निवासी मानवेंद्र राणा बतौर ड्रग्स इंस्पेक्टर रुड़की में तैनात हैं। रुड़की में पिछले दिनों ड्रग्स इंस्पेक्टर मानवेंद्र राणा ने करीब 5 करोड़ की नकली दवाओं का खुलासा किया था। इसमें अब तक कई बड़े काले कारनामे खुलकर सामने आ चुके हैं। जबकि अभी चल रही जांच में कई और मामलों को खुलासा हो सकता है। इस मामले में 4 लोगांे को गिरफ्तार किया गया था। नकली दवा की बड़ी खेप पकड़ने के बाद नकली दवा कारोबारी दहशत में हैं।

खुलासे में एक बात यह भी सामने आई कि जिस कंपनी के नाम से जवा बनाई जा रही थी, वह फर्जी लाइसेंस और कम्पनी के नाम पर बन रही थी। अब तक की जांच में यह बातें सामने आई हैं कि लाइसेंस भी फर्जी पाया गया और उस पर जो साइन किए गए थे। वह भी फर्जी पाए गए। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ड्रग्स माफिया किस तरह से पूरे काले कारनामे अंजाम दे रहे थे।

ड्रग इंस्पेक्टर मानवेन्द्र राणा के द्वारा पकड़े गये इस नकली दवा के कारोबार के तार कई राज्यों से जुड़े हैं। जानकारी के अनुसार अब तक की जांच में नकली दवा कारोबार का जाल कर्नाटक, उड़ीसा, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, हिमाचल, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्यप्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी फैला हुआ है। कई दूसरे राज्यों में अब भी जांच चल रही है। जिसमें कई और खुलासे हो सकते हैं।

ड्रग इंस्पेक्टर मानवेन्द्र राणा ने कोरोना काल में और उससे पहले क्षेत्र में अवैध रूप से चल रही नकली दवा की कम्पनियों को पकड़ा गया। इनमें कंपनियों से भारी मात्रा में नकली दवा बरामद की गई। पिरान कलियर क्षेत्र में नशे के इंजेक्शन बेचने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचाया। कोरोना काल में नकली दवा के कारोबारियों पर नकेल कसने को लेकर लगातार छापेमारी अभियान चलाया गया और भारी मात्रा में नकली दवाओं की खेप पकड़ी।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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