नौगांव : उत्तरकाशी जिले के नौगांव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भले मंडी का शिलान्यास किया हो, लेकिन उससे पहले जो हुआ उससे भाजपा में बवाल का सिलसिला भी शुरू हो गया।
कहा जा रहा है कि यह सब पूर्व विधायक राजकुमार के कारण ही हुआ है। पूर्व विधायक मालचंद और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसोदा राणा को मंच पर जगह नहीं दी गई। दोनों ही अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नौगांव में कार्यक्रम के दौरान अव्यस्थाएं देखने को मिलीं। कार्यक्रम में भी पूर्व विधायक मालचंद और पूर्व विधायक राजकुमार के बीच वर्चस्व की लड़ाई देखने को मिली।
नौगांव में सीएम धामी के पहुंचने से पहले पुरोला के पूर्व विधायक मालचंद अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे।मालचंद मंच पर चढ़ तो गए, लेकिन उन्हें अपना नाम नहीं मिला। ये देखने के मालचंद भड़क गए।
उसके बाद पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जशोदा राणा को भी मंच पर जाने से रोक दिया गया। जसोदा राणा मंच पर जाने से रोके जाने के बाद भड़क गईं। उन्होंने काफी देर तक हंगामा किया।
बाद में पार्टी पदाधिकारियों ने उनको किसी तरह से शांत कराया और फिर मंच पर चढ़ने दिया। पुरोला विधानसभा सीट के अंतर्गत नौगांव में आयोजित कार्यक्रम में सीएम पुष्कर धामी के सभा स्थल पहुंचने से पहले पूर्व विधायक मालचंद और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जशोदा राणा ने मंच पर सीट न मिलने को लेकर जमकर बवाल किया।
जशोदा राणा ने पार्टी के पदाधिकारियों पर आरोप लगाया कि वो सालों से पार्टी की सेवा कर रही हैं, लेकिन आज उन्हें ही मंच पर सीट नहीं दी जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मंच पर पहुंचने के बाद उन्होंने प्रभारी मंत्री गणेश जोशी को मंच संचालन करने के लिए कह दिया।
जैसे ही गणेश जोशी ने सीएम के दिल्ली कार्यक्रम की जल्दी को देखते हुए सीधे सुबोध उनियाल और सीएस को बोलने के आमंत्रित किया। इस पर विधायक राजकुमार भड़क गए। उन्होंने यहां तक कह दिया कि गणेश जोशी को ही कार्यक्रम का संचालन करने दो।
माइक पर ही जिला संगठन के पदाधिकारी भी कहने लगे कि यह कार्यक्रम मंत्री का नहीं बल्कि संगठन का है। यह कार्यक्रम रवांई घाटी के लिए सौगात भले ही लेकर आया हो, लेकिन भाजपा के भीतर की कलह उभरकर सतह पर आ गई।