पुरोल: राज्य आंदोलनकारी व पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए संघर्ष करने वाले द्वारिका प्रसाद बिजल्वाण की पुण्यतिथि पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। उनके पैतृक गांव पोरा में उनकी स्मृति में संचालित हो रहे द्वारिका प्रसाद मेमोरियल स्कूल (DPMS) की ओर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में परिवार के साथ ही सगे-संबंधियों और आमजनों ने उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उनके ज्येष्ठ पुत्र जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने कहा कि कुछ “दीपक” जो इस दुनिया से विदा लेकर अब दूसरी दुनिया को रोशन कर रहे हैं। आज श्राद्ध में हम उन सभी पूजनीय पितृ देवताओं को श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं।
उन्होंने कहा कि आज का दिन खास है क्योंकि आज पूज्य पिताजी जन्मदिन है, जिनका पूरा जीवन जनता की लड़ाई लड़ते हुए बीता। वह जन्मदाता ही नहीं, हमारे गुरु, मार्गदर्शक और जीवन की हर कठिनाई में संबल थे। उनके स्नेह और अनुशासन ने हमें जीवन की हर चुनौती से निपटने की शक्ति दी। आज उनके बिना यह दिन सूना तो है, परंतु उनकी यादें, उनके दिखाए गए मार्ग और उनकी दी हुई सीख हर कदम पर हमारा मार्गदर्शन करती हैं।
श्राद्ध और श्रद्धा का यह संगम हमारे पूर्वजों के प्रति प्रेम, सम्मान, और आत्मीयता को व्यक्त करता है। इस विशेष समय में, हमारे भीतर बसे उनके दिए संस्कार, गुण, और यादें जीवंत हो उठती हैं।
उनकी की दी हुई सीख, उनका स्नेह, अनुशासन, और मार्गदर्शन हर पल स्मरण में रहे। वो पल जब उन्होंने हमें जीवन के कठिन क्षणों में भी सही दिशा दिखाई—अब यह सब यादों में ही शेष है। लेकिन उनकी अमूल्य शिक्षाएं और उनके दिखाए मार्ग पर हमें मजबूती और निष्ठा से आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी पुरोला देवानन्द शर्मा, कमल संस्कृत विद्यालय के प्रबंधक आचार्य शिव प्रसाद व्यास, सेवानिवृत्त तहसीलदार कमलेश्वर नौटियाल, पृथ्वी राज कपूर, बिरेंद्र सिंह रावत, राजेंद्र सिंह नेगी, हरदेव सिंह, जगमोहन रावत, सुदामा प्रसाद बिजलवान, साधुराम नोडियाल, बद्री प्रसाद नौडियाल, जगमोहन नोडियाल, राजमोहन सिंह, आनंद बिजल्वाण, प्रदीप राणा, कुलदीप बिजल्वाण, भाष्कर बहुगुणा, भरत लाल, जगमोहन रावत, डिंपल रावत, कबिन्दर रोहित, अमित नोडियाल, प्रवीण जयाडा आदि उपस्थित रहे।