देहरादून : देशभर में कोरोना कहर बरपा रहा है। कोरोना के मामले तो बढ़ ही रहे हैं। लेकिन, मौत के जो आंकड़े रोजाना हेल्थ बुलेटिन के जरिए लोगों के सामने आ रहे हैं। तस्वीर उससे कुछ अलग नजर आ रही है। सरकार ने जो आंकड़े दिए हैं। वो बेहद चैंकाने वाले हैं। आंकड़ों की मानें तो सिर्फ 13 दिन में राज्य के श्मशान घाटों में 4100 से ज्यादा लोगों के अंतिम संस्कार किए गए हैं। कोविड के लिए निर्धातिर श्मशान घाटों पर इसी अवधि में 1523 लोगों को अंतिम संस्कार किया गया। ये हैरान करने वाले आंकड़े खुद सरकार ने जारी किए हैं।
सरकारी आदेश–
कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के कारण शहरी क्षेत्र में सेनिटाईजेशन कराये जाने तथा शहरी क्षेत्रों में स्थित श्मशान घाट /कब्रिस्तानों में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराये जाने हेतु प्रभारी नियुक्त किया गया है। उपरोक्त के क्रम में समस्त निकायों तथा अन्य विभागों से समन्वय कर श्मशान घाट/ कब्रिस्तानों से सम्बंधित सूचना प्राप्त की गई है.
1. प्रदेश में 91 निकाय है जिनसे प्राप्त सचूना के अनुसार प्रदेश में 295 कब्रिस्तान/श्मशान घाट है, जिनमें प्रतिदिन
1531 शवों का अंतिम संस्कार किये जाने की व्यवस्था है।
2. दिनांक 20 अप्रैल 2021 से 01 मई 2021 तक 1348 व्यक्तियों तथा 1 मई 2021 को 175 व्यक्तियों का कोविड
से सम्बंधित घाटों पर अंतिम संस्कार किया गया। दिनांक 20 अप्रैल 2021 से 02 मई 2021 तक कुल 1523
व्यक्तियों का कोविड से सम्बंधित घाटों पर अंतिम संस्कार किया गया।
3. कोविड से सम्बंधित घाटों पर, स्थानीय लोगों द्वारा कुछ संख्या में, सामान्य दशा में मृत्यु प्राप्त व्यक्तियों का भी अंतिम सस्कार किया गया।
4. दिनांक 20 अप्रैल 2021 से 01 मई 2021 तक 2402 तथा दिनांक 02 मई 2021 को कुल 272 मृत व्यक्तियों की
सामान्य कारणों से मृत्यु होने के उपरांत श्मशान गृहों तथा कब्रिस्तानों में अंतिम संस्कार किया गया। इस प्रकार
कुल 2674 शवों का श्मशान गृहों तथा कब्रिस्तानों में अंतिम संस्कार किया गया।
5. इस प्रकार दिनांक 20 अप्रैल 2021 से 02 मई 2021 तक 4197 शवों को अंतिम संस्कार किया गया।
6. दिनंक 01 मई को कुल 130.8 टन लकड़ी का प्रयोग श्मशान घाट में किया गया तथा लगभग 529.45 टन लकड़ी
उपलब्ध है।
7. जिन कब्रिस्तान / श्मशान घाट में किसी संस्था/ट्रस्ट आदि के द्वारा संचालन नहीं किया जा रहा है उन स्थानों
पर शवों के अंतिम संस्कार हेतु नगर निकायों को अधिकृत किया गया है।