उत्तर प्रदेश के पूर्व IAS अधिकारी अवनीश अवस्थी की भीमताल में कोठी बताकर 50 करोड़ चोरी की चर्चा पिछले दो-तीन दिनों से सोशल मीडिया में चल रही है। इस मामले में राजनीतिक बयानबाजी भी हो रही है। लेकिन, किसी ने यह तक जानने की कोशिश नहीं कि आखिर इसका सच क्या है?
इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक अखबार की कटिंग शेयर करते हुए उत्तराखंड के बंगले से पूर्व नौकरशाह के 50 करोड़ चोरी किए जाने की घटना पर चुटकी ली। उनके ट्वीट के बाद मामला उछल गया। इस बीच राजनीतिक कार्यकर्ता और पूर्व IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने खुलेआम अधिकारी का नाम ले लिया, जिससे यह मामला सीधेतौर पर सीएम योगी से जुड़ गया और मामले ने और तूल पकड़ लिया।
खास बात यह है कि अगर इतनी बड़ी चोरी के हुई है, तो किसी ने इसमें मुकदमा क्यों दर्ज नहीं कराया? इसी बात पर सबसे ज्यादा सचाल भी उठ रहे हैं। लेकिन, एक सवाल इस बात को लेकर भी है कि आखिर उस बंगले का असली मालिक कौन है। यह बंगला नैनीताल जिले के भीमताल में है। बताया जा रहा है कि बंगला किसी रोली सिंह है, जो पूर्व IAS अधिकारी भी नहीं हैं।
वहीं, पूर्व नौकरशाह IAS अवनीश अवस्थी ने भी साफ किया है कि बंगला उनका नहीं है। उन्होंने खुद को लेकर फैलाई जा रही अफवाह पर नाराजगी जताते हुए कड़ी कानूनी कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने अपने पूरे सिविल सेवा करियर को बेदाग करार देते हुए छवि खराब करने के उद्देश्य से भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ केस की तैयारी की बात कही है। दरअसल, हाल ही में किसी नौकरशाह के बंगले से 50 करोड़ की रकम चोरी किए जाने की खबरों ने जोर पकड़ा, जिसके तार कई लोगों ने अवनीश अवस्थी से जोड़ते हुए मीडिया और सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार किया।
अब उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है की मेरे संज्ञान में आया है कि मेरी छवि के खिलाफ कई झूठे आरोप श्एक्सश् नामक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और श्यूट्यूबश् नामक वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म पर वायरल किए जा रहे हैं। मैं इन निराधार दावों की कड़ी निंदा करता हूं और यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि इस विशेष घटना में शामिल प्रत्येक व्यक्ति के खिलाफ कड़ी और निर्णायक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
अवस्थी ने लिखा कि अपने करियर की शुरुआत से ही मैं अपने काम के प्रति प्रतिबद्ध रहा हूं और सिविल सेवा में मेरा 37 साल का बेदाग करियर रहा है। इसलिए जानबूझकर मेरी छवि खराब करने के ऐसे दुर्भावनापूर्ण प्रयास और तथ्यों से परे बिना किसी विश्वसनीय स्रोत के आधार पर अफवाह फैलाना अनुचित है। यह किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मैं शरारती तत्वों को सलाह देता हूं कि वे आगे से झूठे दावे फैलाने से बचें क्योंकि मैं पहले से ही जरूरी कानूनी तरीकों के माध्यम से ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की प्रक्रिया में हूं। मैंने पूरी निष्ठा और कड़ी मेहनत से अपने राज्य और देश की सेवा की है। यह उन सभी लोगों के लिए एक नोटिस के रूप में काम करेगा, जो किसी भी दुर्भावनापूर्ण इरादों के साथ काम करते हैं।
अवस्थी का कार्यकाल फिर से बढ़ा दिया गया है। अब वह 1 मार्च 2024 से 28 मार्च 2025 तक यूपी सीएम के सलाहकार बने रहेंगे। 29 फरवरी 2024 को उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा था। इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस से रिटायर होने के बाद से अवनीश अवस्थी प्रशासनिक कार्यों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार हैं। वह मुख्यमंत्री योगी के सबसे विश्वस्त माने जाते हैं।