काशीपुर : पंजाब में हत्या, जानलेवा हमला समेत दर्जनों मुकदमों में नामजद खूंखार गैंगस्टर की काशीपुर में एसटीएफ और पंजाब क्राइम कंट्रोल यूनिट के साथ मुठभेड़ हो गई। इस दौरान दोनों ओर से करीब 24 से अधिक राउंड फायरिंग हुुुुई। मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं उनके कई अन्य साथियों के और होने की आशंका को देखते हुए एसटीएफ सर्च अभियान चला रही है।
SSP STF अजय सिंह ने बताया कि स्पेशल टास्क फोर्स को पंजाब के क्राइम कंट्रोल यूनिट ने सूचना दी थी कि पंजाब में कई वारदात में शामिल बदमाश काशीपुर में शरण लिए हुए है।
इसके बाद एसटीएफ की सीओ पूर्णिमा गर्ग, पंजाब क्राइम कंट्रोल यूनिट (PCCU) के इंस्पेक्टर पुष्पेंद्र सिंह, STF निरीक्षक एमपी सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ और पुलिस की अलग अलग टीम गुलज़ारपुर गांव, काशीपुर के फार्म हाउस पहुंची। जहां पुलिस टीम को देख बदमाशों ने फायरिंग कर दी।
जवाबी कार्रवाई करते हुए एसटीएफ ने भी फायरिंग शुरू कर दी। करीब आधा घंटे तक चले मुठभेड़ के दौरान दो दर्जन से अधिक फायरिंग हुई। बाद में पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 2 पिस्टल व भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए।
पूछताछ में उन्होंने अपना नाम संदीप सिंह उर्फ भल्ला शिखू पुत्र अंग्रेज सिंह निवासी भटिंडा पंजाब, फतेह सिंह उर्फ युवराज पुत्र बलजिन्दर सिंह निवासी संगरुर पंजाब और अमनदीप बताया। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि चौथा आरोपित बदमाशों को शरण देने वाला है। पूछताछ में उसने अपना नाम जगवंंत बताया।
निरीक्षक एमपी सिंह ने बताया कि गिरफ्तार संदीप सिंह उर्फ भल्ला शिखू के खिलाफ सात केस दर्ज हैं। फतेह सिंह उर्फ युवराज पर 28 मुकदमे दर्ज हैं। दोनों ने कुलवीर सिंह उर्फ बीरा उर्फ साधू सिंह निवासी नरुआना भटिंडा में गोली चलाई गई थी और उसके बाद फरार हो गये थे । तीसरे आरोपित अमनदीप पर 9 केस दर्ज हैं।