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uksssc के अध्यक्ष एस राजू ने अपने पद से त्यागपत्र दिया.
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उन्होंने गड़बड़ी की नैतिक जिम्मेदारी ली है.
देहरादून : उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (uksssc) के अध्यक्ष एस राजू ने अपने पद से त्यागपत्र दिया है। उन्होंने कहा कि आयोग की पिछले महीने और पहले भी इस तरह के मामले सामने आए। जिसकी वह नैतिक जिम्मेदारी लेते है।
इस भर्ती घोटोले में अब तक 13 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनमें तीन न्याय विभाग के कर्मचारी और एक पुलिस कांस्टेबल भी शामिल है। इसके अलावा इस मामले में दो जिला पंचायत सदस्यों के नाम भी सामने आ चुके हैं। माना जा रहा है कि एसटीएफ बहुत जल्द उनको गिरफ्तार कर सकती है।
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2021 में हुई स्नातक स्तरीय इस परीक्षा में लगातार धांधली की शिकायतें आ रही थी। बेरोजगार संगठन के बॉबी पंवार ने सीएम से मिलकर जांच की मांग की थी, जिसके बाद जांच एटीएफ को सौंप दी गई थी। एसटीएफ ने मामले को दो दिन के भीतर ही खुलासा कर दिया था।
तब से ही सवाल खड़े हो रहे थे कि इस मामले में अधिकारियों को क्यों बचाया जा रहा है। हालांकि, अब तक किसी अधिकारी पर एक्शन नहीं लिया गया है। लेकिन, आयोग के अध्यक्ष एस राजू ने खुद ही अपने दप से इस्तीफा दे दिया है।
एस राजू 2016 से चेयरमैन के पद पर तैनात थे। सितंबर में उनका कार्यकाल समाप्त होने वाला था। एस राजू ने कहा कि उनके कार्यकाल में आयोग ने अब तक 88 परीक्षा कराई हैं। जिसमें से दो में गड़बड़ी सामने आई। पहले फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में धांधली सामने आई थी। तब भी आयोग ने जांच बैठाई थी।
अब स्नातक स्तरीय परीक्षा में धांधली सामने आई तो भी आयोग ने मामले को छिपाने के बजाय स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला सरकार के समक्ष लाया है। उन्होंने कहा कि मुझे अफसोस है कि कुछ लोग तरह-तरह की बातें बना रहे हैं और आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।