देहरादून: देवस्थानम बोर्ड सरकार और भाजपा के लिए बड़ी टेंशन बना हुआ है। 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले तीर्थ पुरोहित पीएम मोदी के विरोध का ऐलान कर चुके हैं। पीएम मोदी को 5 नवंबर को केदारनाथ धाम में आना है। उससे पहले सीएम धामी ने केदारनाथ धाम के दर्शन किए और तीर्थ पुरोहितों से वार्ता की। इस दौरान उनके साथ कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और सुबोध उनियाल भी शामिल रहे।
केदारनाथ धाम से लौटने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी और दोनों कैबिनेट मंत्रियों ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि पीएम के दौरे को लेकर तैयारियां पूरी हो गई है। सीएम ने तीर्थ पुरोहितों से बातचीत को लेकर कहा कि तीर्थ पुरोहितों से सीधी बातचीत की है। उन्होंने कहा कि पीएम के दौरे को लेकर तीर्थ पुरोहितों में उत्साह है।
शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने केदारनाथ से लौटने के बाद बड़ा बयान दिया है। सुबोध उनियाल ने कहा कि 30 नवंबर तक देवस्थानम बोर्ड पर सरकार फैसला ले लेगी। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहितों की बातों को लेकर फैसला लिया जाएगा। तीर्थ पुरोहितों ने पूर्व सीएम को केदारनाथ धाम में नहीं घुसने दिया था। साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत को भी विरोध का सामना करना पड़ा था।