मेरी बात… बाबा बौखनाग की अयोध्या यात्रा संपन्न हो चुकी है। इस यात्रा ने एक बार फिर साबित किया है कि रवांई घाटी के लोग अपने देवी-देवताओं के प्रति कितने आस्थावान हैं। देवता की इच्छा भक्तों के लिए आदेश होती है। हाल ही में सम्पन्न हुई बाबा बौखनाग की यात्रा की बात करते हैं। बाबा बौखनाग की यात्रा में मुझे …
Read More »मेरी बात
लियाकत और राहुल को नौकरी कोन देगा?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रभाव ऐसा कि उत्तराखंड उससे अछूता नहीं रह सका। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी आदेश दिए कि दुकानों पर नाम तो लिखने ही होंगे। उनके निर्देश के बाद पुलिस भी इस काम में जुट गई है। अब सवाल यह है कि लियाकत और राहुल को नौकरी कोन देगा? लियाकत, राहुल, …
Read More »जनाब…ठगों से सावधान!
जी हां ठीक कह रहा हूं। ठगों से सवाधान…! नगर पालिका के चुनाव की तैयारी जोरों पर है। गौर फरमाइएगा…चुनाव में कई आएंगे, सावधान ये आपको ठग सकते हैं। इनमें कई ठग नए होंगे। कुछ पहले भी ठग चुके होंगे। कुछ नगर निकाय तो कुछ किसी दूसरे चुनाव में आपको ठग चुके होंगे। नगर निकायों के चुनाव जब भी होते …
Read More »किताबों का धंधा, स्कूल वालों का गजब खेल है…
प्रदीप रावत ‘रवांल्टा’ स्कूलों का नया सत्र शुरू हो गया है। स्कूलों का त्योहार शुरू हो गया है। कोई ऐसा-वैसा त्योहार नहीं…लूट का त्योहार। स्कूलों का नया सत्र स्कूल वालों के लिए चांदी काटने वाला होता है। नया सत्र शुरू होने से पहले ही किताबों में कमीशन तय हो जाता है। दुकानें फिक्स हो जाती हैं। स्कूलों का सिलेबस भी …
Read More »उत्तराखंड : पहाड़ में लड़कों को नहीं मिल रही दुल्हन, बढ़ती जा रही उम्र, आखिर क्यों? VIDEO…
प्रदीप रावत ‘रवांल्टा’ पहाड़ क्या कोई अभिशाप है? क्या पहाड़ पर कोई कलंक है? जब दुनियाभर के लोग उत्तराखंड के पहाड़ों में आना चाहते हैं, तो हम पहाड़ छोड़कर क्यों जाना चाहते हैं? कई तरह के सवाल हैं। इन सवालों का जवाब तो कई लोग देंगे, लेकिन क्या उनमें से कोई ऐसा जवाब भी होगा, जिसे हम सही मान सकेंगे। …
Read More »इसे कहते हैं गुड पुलिसिंग, एक ही दिन के दो अनुभव…
मेरी बात जब भी आप सरकारी दफ्तर में जाते हैं…अक्सर वहां दो तरह के लोग होते हैं। पहला वो जो आपको काम करने के कई तरीके बता देंगे, लेकिन खुद काम नहीं करेंगे। दूसरे वो लोग होते हैं, जो सबसे पहले यह तय करते हैं कि काम करना है। उनकी सोच काम करने की होती है। जब भी हम काम …
Read More »उत्तराखंड : “हमारी विरासत और हमारी विभूतियां”, नौनिहाल होंगे ‘समृद्ध’… पढ़ें क्यों है खास?
दिनेश रावत एक नई पहल। एक नई पुस्तक। जिसके माध्यम से प्रदेश के नौनिहाल परिचित होंगे अपनी महान विरासत और विभूतियों से। जान पायेंगे अपने गौरवशाली इतिहास को। पहचान सकेंगे महत्वपूर्ण स्थलों को। परिचित होंगे अतीत की खट्टी-मीठी बातों-यादों से, पुरखों की शौर्य गाथाओं से। गीत-संगीत के अनहद नाद से लोक कथा-गाथाओं के संवाद से, बार-त्योहार पकवान से, परंपरागत परिधान …
Read More »सफर का सफरनामा : दून-टू-मोरी, अतिथि देवो भव:
दिन दो दिसंबर। समय दिन में करीब डेढ़ बजे। सफर दून-टू-मोरी। वाहन बड़े भाई दिनेश रावत का। मौका अनुरूपा ‘अनुश्री’ के पहले रवांल्टी कविता संग्रह ‘तऊं घाट’ के लोकार्पण का। जब भी अपनी दूधबोली रवांल्टी से जुड़ा कोई आयोजन होता हैं, मैं खुद को रोक नहीं पाता हूं। बैग दो-तीन दिन पहले ही पैक हो जाता है। दफ्तर में तिकड़मबाजी …
Read More »हिंदी दिवस पर विशेष: क्यों मनाते हैं हिंदी दिवस, जानें इतिहास
हिंदी भाषा दुनिया की प्रमुख भाषाओं में से एक है। हिंदी को भारत की पहचान के तौर पर भी देखा जा सकता है। हालांकि भारत समेत कई अन्य देशों में हिंदी भाषा बोली जाती है। विदेशों में बसे भारतीयों को हिंदी भाषा एक दूसरे से जोड़ने का काम करती है। हिंदी की भूमिका और महत्व काफी गहरा है। इस कारण …
Read More »हिमालयी सरोकार, संस्कृति और लोक जीवन का दर्पण है हिमांतर का नया अंक
प्रदीप रावत ‘रवांल्टा’ हिमांतर का नया अंक आ गया है। हर बार की तरह यह अंक भी कुछ खास और अलग है। हिमांतर केवल एक पत्रिका नहीं, बल्कि हिमालयी सरोकारों, संस्कृति और लोक जीवन का दर्पण बनती जा रही है। अब तक के जितने भी अंक प्रकाशित हुए हैं। हर अंक ने अपनी अलग छाप छोड़ी है। इस बार का …
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