चमोली: समाजसेवी शशिभूषण मैठाणी की मुहिम रंग लाई है। उन्होंने सोशल मीडिया में जल संस्थान के अधिकारियों की कारिस्तानी का वीडियो बनाकर अपलोड किया था, जिसमें बाद वीडियो तेजी से वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मामला तब और गंभीर हो गया, CM कार्यालय ने इसका संज्ञान लिया और जांच के आदेश जारी कर दिया।
जिला प्रशासन भी हरकत में आया
सीएम के संज्ञान लेने के बाद जल संस्थान के अधिकारियों के साथ ही चमोली जिला प्रशासन भी हरकत में आया और जल संस्था के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। फटकार के बाद जल संस्थान के अधिकारियों ने रात के अंधेर में आकर अपनी कारिस्तानी को छुपाने का प्रयास किया। जिसे देख लोगों में भी आक्रोश है। लोगों को कहना है कि ऐसे अधिकारियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया जाना चाहिए।
ये था पूरा मामला
दरअसल, चमोली में बद्रीनाथ मार्ग पर जल संस्थान चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटा है। इसके तहत मार्ग पर अलग-अलग जगहों पर पानी के टैंक बनाए जा रहे हैं। जल संस्थान ने पुराने टैकों पर ही पुताई कर दी और उन पर लिख दिया कि इनमें पीने का शुद्धजल उपलब्ध है। इसकी पड़ताल जब शशि भूषण मैठाणी ने की तो पता चला कि टैंक में पानी ही नहीं था। टैंक के ऊपर की ओर लोगों का घर बना था, उनके शौचालय का पार रिश कर वहां पहुंच रहा था। और तो और टैंक पर नलका तक नहीं लगाया गया था।