Friday , 22 November 2024
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नया रूप धरकर डरा रहा कोरोना, इस देश में फिर लगा लाॅकडाउन, 70% ज्यादा खतरनाक

देश और दुनिया कोरोना के कहर से अब तक उभर नहीं पाई है। इस बीच ब्रिटेन से सामने आई कोरोना के नए रूप की खबरों ने फिर से पूरी दुनिया को डरा दिया है। अब तक सामने आई जानकारी में यह पता चला है कि ये नया रूप पहले से ज्यादा खतरनाक और तेजी से फैलने वाला है। लोगों को ये बहुत तेजी से अपने कब्जे में ले लेता है। ये पहले से ज्यादा जानलेवा भी साबित हो सकता है। इसके चलते कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली फ्लाइटों को अपने देशों में आने पर बैन लगा दिया है। ब्रिटेन में भी फिर से पहले से कहीं सख्त लाॅकडाउन लगा दिया गया है। इंडिया में भी इसको लेकर अलर्ट किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री हालांकि यह कहा है कि चिंता की कोई बात नहीं हैं। हम सब संभाल लेंगे।

यूनाइटेड किंगडम (UK) और दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस का नया स्‍ट्रेन फैलने की खबर है। रिपोर्ट्स के अनुसार, नया स्‍ट्रेन आसानी से फैलता है। वायरस विशेषज्ञों का कहना है कि अभी यह साफ नहीं है कि ऐसा सच में है या नहीं। इससे वैक्‍सीन के लिए चिंता की कोई बात है या और गंभीर बीमारी फैलने का खतरा, यह भी क्लियर नहीं। जैसे-जैसे आबादी में कोई वायरस फैलता है, वह अपना रूप बदलता जाता है।

कुछ ज्‍यादा तेजी से बदलते हैं, कुछ धीमे। कोविड-19 देने वाले वायरस के कई रूप, चीन में सालभर पहले दिखने के बाद से सामने आ चुके हैं। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने नए स्‍ट्रेन की वजह से कई पाबंदियों की घोषणा कर दी। यूरोपियन यूनियन व दुनिया के कई अन्‍य देशों ने भी संक्रमण को रोकने के लिए फ्लाइट्स या तो बंद कर दी हैं या बेहद सीमित कर दी हैं। आखिर नया स्‍ट्रेन क्‍या है, इससे क्‍या खतरे हैं और अभी क्‍या स्थिति है, आइए एक्‍सपर्ट्स से समझते हैं।

 दिसंबर में लंदन के भीतर 60% से ज्‍यादा इंन्‍फेक्‍शंस इसी स्‍ट्रेन से फैले। चिंता की एक बड़ी वजह यह है कि इस स्‍ट्रेन के कई म्‍यूटेशंस हैं- करीब दो दर्जन की पहचान हो चुकी है। कुछ म्‍यूटेशंस तो उस स्‍पाइक प्रोटीन पर हैं जिनका इस्‍तेमाल वायरस कोशिकाओं से जुड़ने और उन्‍हें संक्रमित करने के लिए करता है। जो वैक्‍सीन बनी हैं, वे स्‍पाइक को ही निशाना बनाती हैं।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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