Sunday , 21 December 2025
Breaking News

उत्तर भारत में भीषण शीतलहर और घने कोहरे का प्रकोप जारी, आज भी उड़ानें रद्द, रेल यातायात भी प्रभावित

नई दिल्ली: दिसंबर के अंतिम सप्ताह में उत्तर भारत के कई राज्यों में कड़ाके की ठंड और घना कोहरा लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक शीतलहर का असर दिख रहा है, जिससे सुबह और शाम के समय कंपकंपी छुड़ाने वाली ठंड पड़ रही है।

मौसम विभाग (IMD) की चेतावनी

दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार और उत्तराखंड में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बनी हुई है। दृश्यता कई जगहों पर 50 मीटर से भी कम हो गई है।

शीतलहर के कारण न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया जा रहा है। दिल्ली में शनिवार को अधिकतम तापमान 16.9°C तक गिर गया, जो सामान्य से 5 डिग्री कम था।

IMD ने उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि दिल्ली और अन्य क्षेत्रों में ऑरेंज अलर्ट है। कोहरा 22-24 दिसंबर तक बने रहने की संभावना है, और 25-27 दिसंबर को फिर से घना कोहरा छा सकता है।

यातायात पर प्रभाव

हवाई यातायात: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर घने कोहरे के कारण कई उड़ानें प्रभावित हुईं। शनिवार को 129 उड़ानें रद्द हुईं (66 आगमन और 63 प्रस्थान), जबकि रविवार को भी दर्जनों उड़ानें रद्द या विलंबित रहीं। इंडिगो, एयर इंडिया और अन्य एयरलाइंस ने ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है, जिसमें यात्रियों को फ्लाइट स्टेटस चेक करने की सलाह दी गई है।

रेल और सड़क: कोहरे के कारण ट्रेनों की गति कम कर दी गई है, कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं। सड़कों पर वाहन चलाना मुश्किल हो गया है, जिससे हादसों का खतरा बढ़ गया है।

पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी

पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 20-22 दिसंबर के दौरान हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हुई है। इससे मैदानी इलाकों में ठंड और बढ़ गई है।

सलाह

  • यात्रा करने से पहले मौसम अपडेट चेक करें।
  • सुबह के समय कोहरे में सावधानी बरतें, फॉग लाइट्स का उपयोग करें।
  • बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को ठंड से बचाने के लिए अतिरिक्त सावधानी अपनाएं।

 

About AdminIndia

Check Also

उत्तराखंड कांग्रेस की अग्निपथ योजना खिलाफ जन जागरण यात्रा का दूसरा चरण शुरू

देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सैनिक विभाग द्वारा अग्निपथ और अग्निवीर योजना के खिलाफ …

error: Content is protected !!