Saturday , 2 August 2025
Breaking News

“थारा फूफा अभी जिंदा है”, 102 साल के बुजुर्ग ने निकाली अनोखी बारात, VIDEO वायरल

हरियाणा: आपने कई घटनाएं सुनी होंगी, जिसमें लोग तो जिंदा होते हैं, लेकिन उनको कागजों में मुर्दा दिखा दिया गया। ऐसी ही घटनाओं पर फिल्में भी बन चुकी हैं। अब एक और ऐसी ही घटना सामने आई है।

यहां एक बुर्जुग ने खुद को जिंदा दिखाने के लिए अनोखा काम किया है। रोहतक जिले में 102 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति ने खुद को जिंदा साबित करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया। उन्होंने तख्ती पर लिखा “थारा फूफा अभी जिंदा है”।

दुली चंद नाम के इस शख्स ने अपनी बारात निकाली और बाकायदा रथ में सवार हुए। इसके बाद वह बैंड बाजे के साथ सरकारी अधिकारियों के सामने पहुंचे। दरअसल, प्रदेश सरकार की ओर से मृत घोषित किए जाने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया। रोहतक जिले के गांधरा गांव निवासी दुली चंद को कागजों में मृत घोषित करके उनकी पेंशन इस साल मार्च में बंद कर दी गई थी।

इसके बाद बुजुर्ग व्यक्ति ने खुद को जिंदा साबित करने के लिए एक विचित्र तरीका अपनाया। उन्होंने एक दूल्हे की तरह नोटों की माला पहनी और रोहतक शहर में मानसरोवर पार्क से नहर विश्राम गृह तक अपनी बारात निकाली। साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से उनकी पेंशन फिर से शुरू किए जाने की मांग की।

दुली चंद के पास आधार कार्ड और बैंक स्टेटमेंट
आम आदमी पार्टी (आप) की हरियाणा इकाई के पूर्व प्रमुख नवीन जयहिंद दुली चंद के साथ आए थे। जयहिंद ने कहा कि 102 वर्षीय व्यक्ति जीवित हैं और इसे साबित करने के लिए उनके पास आधार कार्ड, पारिवारिक आईडी और बैंक स्टेटमेंट हैं। जबकि सरकारी रिकॉर्ड में दुली चंद को मृत दिखाया गया है और उनकी वृद्धावस्था पेंशन रोक दी गई है।

तख्ती पर लिखा- श्थारा फूफा अभी जिंदा है
दुली चंद और उनके समर्थकों ने सरकारी कार्यालय के रास्ते में तख्तियां भी ले रखी थीं। उनमें से एक में लिखा था श्थारा फूफा अभी जिंदा हैश् अपनी इस यात्रा के अंत में दुली चंद और जयहिंद पूर्व मंत्री व भाजपा नेता मनीष ग्रोवर से मिले। उन्होंने ग्रोवर को अपने कागजात दिखाते हुए उनकी पेंशन की बहाली की मांग की।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

Check Also

उत्तराखंड में अगले पांच दिन भारी बारिश और तूफानी मौसम की चेतावनी, प्रशासन ने की सतर्क रहने की अपील

देहरादून : राज्य में मानसून की सक्रियता तेज हो गई है। 25 से 30 जून …

error: Content is protected !!