देहरादून : उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदल सकता है। मौसम विभाग ने पर्वतीय जिलों में मौसम के करवट लेेने की चेतावनी जारी की। मौसम विभाग के अनुसार उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की आशंका है। मैदानी जिलों में भी बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अब पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की संभावना बन रही है।
मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ सकती है
बर्फबारी और बारिश से एक बार फिर से पहाड़ी क्षेत्रों के साथ ही मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ सकती है। पहाड़ी जिलों के कुछ हिस्सों में वैसे तो मानसून में भी ज्यादा बारिश नहीं हुई, लेकिन मानसून जाने के बाद लगभग पूरी तरह ही सूखा पड़ा हुआ है। कुछ जिलों में बस बूंदाबांदी ही हुई है। यही कारण है कि मौसम सामान्य बना हुआ है। लेकिन, इससे काश्तकारों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। बारिश नहीं होने से कई जगहों पर फसल बुआई भी नहीं हो पाई है।
दिसंबर, जनवरी और फरवरी
लेकिन, मौसम विभाग ने अब एक अनुमान जारी किया है, जिसके अनुसार दिसंबर, जनवरी और फरवरी में पश्चिमी विक्षोभ की ज्यादा सक्रियता रहने के आसार जताए हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ सामान्य से ज्यादा आएंगे। जिस वजह से बारिश और ठंड ज्यादा रहेगी। पहाड़ों में रिकॉर्ड तोड़ बर्फबारी भी हो सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ
पश्चिमी विक्षोभ रबी फसल के लिए जरूरी है। सामान्य तौर पर दिसंबर से फरवरी तक एक माह में दो से तीन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होते हैं और तीन माह में कुल नौ से 10 पश्चिमी विक्षोभ से बारिश होती है, लेकिन इस साल प्रतिमाह करीब पांच पश्चिमी विक्षोभ आ सकते हैं और अगले तीन महीने में 15 पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकते हैं।
पहाड़ी क्षेत्रों में जमकर बारिश होगी
उन्होंने कहा कि इस वजह से मैदानी क्षेत्रों में और पहाड़ी क्षेत्रों में जमकर बारिश होगी और साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में अच्छी बर्फबारी होगी। उन्होंने कहा कि इस बार ठंड का भी प्रकोप रहेगा। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने ठंड से बचने के इंतजाम करने को कहा है।