देहरादून : #AnkitaMurderCase अंकिता भंडारी हत्याकांड के दोषियों को फांसी की सजा दिलाने को लेकर जहां आज विभिन्न संगठनों ने उत्तराखंड बंद का आह्वान किया था, तो वहीं इस मामले में गठित स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) ने जांच को काफी हद तक पूरा कर लिया है। पुलिस रिमांड में आरोपियों से घटनास्थल की तस्दीक SIT करा चुकी है। पूछताछ में अब टीम की जांच VIP एंगल की ओर आगे बढ़ रही है।
DIG पी रेणुका देवी ने कहा कि, तीन दिन तक पुलकित और उसके साथियों को एसआईटी ने रिमांड पर रखकर गहन पूछताछ की है। इन तीन दिन में काफी गहन साक्ष्य जुटाए गए हैं। तीनों को ही घटनास्थल पर ले जाया गया है। इस वारदात की कैसे प्लानिंग की गई, कैसे घटना की गई इन तमाम बिंदुओं की जांच कर ली गई है। सीसीटीवी फुटेज में काफी साक्ष्य मिले हैं। DIG ने बताया कि रिजॉर्ट में ज्यादा मारपीट नहीं हुई, लेकिन वहां कुछ घटना जरूर हुई है। यह भी उसी रात का हिस्सा है, जिस रात को कत्ल हुआ।
Ankita Murder Case : कल बंद रहेगा उत्तराखंड, अलर्ट पर पुलिस
मौके पर बुलडोजर की मौजूदगी को लेकर उन्होंने कहा कि SIT का गठन 24 सितंबर को हुआ था यह उससे पहले की घटना है। इस पर भी जांच चल रही है, काफी साक्ष्य हमें मिले हैं। हत्या का मकसद क्या है, इस पर भी काफी काम किया जा चुका है। वहीं, आरोपी का मोबाइल पुलिस ने पहले ही बरामद कर लिया गया था। एक-दो मोबाइल और हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। DIG ने बताया कि प्रकरण की जांच-पड़ताल अंतिम चरण के आसपास है, तो जाहिर है कि जल्द ही इस मामले की चार्जशीट अदालत में दाखिल की जाएगी।
अंकिता हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए आरोपित रिसार्ट के मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भाष्कर व सहायक प्रबंधक अंकित (पुलकित) गुप्ता से पूछताछ की। SIT ने पुष्प व तीनों आरोपितों को आमने-सामने बैठाकर घंटों पूछताछ की। इसके बाद पुष्प को छोड़ दिया गया, जबकि आरोपितों को अलग-अलग जगह ले जाया गया।
उत्तराखंड: #justiceforankita : अंकिता हत्याकांड में बड़ा खुलासा, कौन था चौथा, VIP तो नहीं?
सुरक्षा के बीच SIT तीनों आरोपितों को रात के समय घटनास्थल पर लेकर आई और सीन रीक्रिएट किया। बताया जा रहा है कि पुलकित ने फोन नहर में फेंकने की बात भी झूठी कही थी। रात भर फोन पुलकित के पास रिसार्ट में था, जब उसे एहसास हुआ कि फोन से वह फंस सकता है तो सुबह उसने फोन नहर में फेंक दिया।
अंकिता व पुष्प के बीच हुई Whatsapp चैट में जिस VIP गेस्ट का जिक्र किया गया है, उसके बारे में भी SIT ने पूछताछ की। हालांकि इस पूरे मामले को SIT ने गुप्त रखा हुआ है, क्योंकि इसमें कुछ नेताओं के नाम भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में पूरी तरह से संलिप्तता सामने के बाद ही SIT किसी के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।