- प्रदीप रावत (रंवाल्टा)
अनिल बलूनी भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी तो हैं ही, उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद भी हैं। बलूनी का कद भाजपा में बड़ा भी है और अहम भी। उन्होंने अपने अब तक के कार्यकाल में शानदार काम किया है। चाहे भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता का काम हो या फिर राज्यसभा सांसद के तौर पर। अनिल बलूनी ने सांसद बनने के बाद कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। कुछ अन्य महत्वपूर्ण कदम भी उठाए। हालांकि बीमार होने के बाद बलूनी लंबे समय तक राजनीति और काम से दूर रहे। अब वो वापस आ चुके हैं।
स्वास्थ्य कारणों से ही उन्होंने बंगला बदलने की मांग की थी। प्रियंका गांधी वाला बंगला उनको आवंटित किया गया है, जिस पर अब सियासी बयानबाजी भी हो रही है। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह सियासी बयानबाजी जायज है या फिर ऐसे सुर्खियां बटारने के लिए की जा रही हैं ? राजनीति चमकाने के सवाल उठाए जा रहे हैं ? कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा से खाली कराया गया सरकारी आवास अब भाजपा के इस राज्यसभा सांसद को आवंटित कर दिया गया है।
अनिल बलूनी अब नई दिल्ली लोधी एस्टेट स्थित सरकारी बंगले में रहेंगे। यह सरकारी आवास कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को आवंटित था। केंद्र सरकार ने पिछले दिनों प्रियंका के लिए इस सरकारी आवास का आवंटन रद्द कर दिया था। एक जुलाई को केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्रालय ने प्रियंका के लोधी एस्टेट स्थित टाइप 06, आवास संख्या 35 को निरस्त करने का आदेश जारी किया था। अनिल बलूनी पिछले साल में 2019 सितंबर में कैंसर से ग्रस्त हो गए थे। वो विदेश दौरे से लौटे और उसके बाद मुंबई में लंबे समय तक अपना इलाज करवाया। इस दौरान उनको देश के कई कैंसर सरवाईवर को साथ मिला। उन्होंने लोगों को कैंसर से लड़ने के लिए प्रेरित भी किया।
दिल्ली लौटने के बाद इसी साल फरवरी में ही उन्होंने अपने आवास 20, गुरुद्वारा रकाबगंज रोड को स्वास्थ्य कारणों से बदलने की मांग की थी। जैसे ही प्रियंका गांधी को आवंटित बंगला खाली होने वाले बंगलों की लिस्ट में शामिल हुआ। 35 लोधी एस्टेट बंगला अनिल बलूनी को आवंटित कर दिया गया। अब यह समझ नहीं हा रहा है कि अगर उन्होंने पहले से ही बंगले के लिए आवेदन किया था, तो फिर इस पर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं।