देहरादून: पूर्व CM त्रिवेंद्र रावत के कार्यकाल में बनाया गया देवस्थानम बोर्ड भाजपा की गले की हड्डी बन गया है। BJP और भाजपा सरकार के लिए देवस्थानम बोर्ड का फैसला ऐसी मुश्किल बन गया है कि उसे ना तो सरकार निरस्त कर पा रही है और ना ही उस पर खुलकर कुछ कह पा रही है।
पूर्व सीएम तीरथ रावत ने भी तीर्थ पुरोहितों को मंदिरों को बाहर करने का ऐलान किया था, लेकिन वो केवल ऐलान ही रह गया। अब CM पुष्कर सिंह धामी ने देवस्थानम बोर्ड को लेकर बड़ा बयान दिया है। उत्तरकाशी आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड को लेकर कहा कि वो बोर्ड में संशोधन के पक्ष में हैं।
उनको इस बयान को तीर्थ पुरोहित किस रूप में लेते हैं, फिलहाल यह देखने वाली बात होगी। इसके अलावा सीएम धामी ने कहा कि बोर्ड में संशोधन को लेकर एक उच्च स्तरीय समिति का गठन भी किया जाएगा। समिति की रिपोर्ट के बाद विधिक परिणाम को देखते हुए, चार धाम देवस्थान बोर्ड पर अग्रिम निर्णय लिया जाएगा। सवाल यह है कि CM के बयान के बाद तीर्थ पुरोहितों का कैसा रूख रहेगा।