Friday , 22 November 2024
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सेना को मिले 355 युवा अफसर

IMA POP : सेना को मिले 355 युवा अफसर, मित्र देशों के 39 कैडेट भी पास आउट

  • पासिंग आउट परेड के बाद 355 युवा अधिकारी सेना का अभिन्न अंग बन गए।

  • 39 युवा सैन्य अधिकारी मित्र देशों की सेना का अभिन्न अंग बने।

भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) की पासिंग आउट परेड के बाद 355 युवा अधिकारी सेना का अभिन्न अंग बन गए। मित्र देशों के 39 कैडेट भी हुए पास आउट हुए हैं। परेड का निरीक्षण अधिकारी उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचेंद्र कुमार ने ली परेड की सलामी।

निरीक्षण अधिकारी ने अंतरिक्ष, साइबर और सूचना क्षेत्रों में तकनीकी प्रगति के बीच युद्ध की तेजी से बदलती प्रकृति पर प्रकाश डाला। उन्होंने जटिल और प्रतिस्पर्धी युद्धक्षेत्रों में प्रभावी ढंग से काम करने के लिए तकनीकी दक्षताओं को बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

IMA POP परेड के उपरांत आयोजित होने वाली पीपिंग व ओथ सेरेमनी के बाद 154वें रेगुलर कोर्स और 137वें टेक्नीकल ग्रेजुएट कोर्स के कुल 394 आफिसर कैडेट बतौर लेफ्टिनेंट देश-विदेश की सेना की मुख्यधारा में शामिल हो गए। इनमें 355 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय थलसेना को मिले। जबकि 39 युवा सैन्य अधिकारी मित्र देशों की सेना का अभिन्न अंग बने।

कुल मिलाकर शनिवार को सैन्य अकादमी के नाम देश-विदेश की सेना को 65 हजार 628 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया। इनमें मित्र देशों को मिले 2,953 सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं।

POP के मद्देनजर अकादमी के आसपास सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। चप्पे-चप्पे पर सेना के सशस्त्र जवान तैनात हैं। अकादमी परिसर के बाहरी क्षेत्र में सुरक्षा का जिम्मा दून पुलिस के पास है। परेड के दौरान शनिवार सुबह साढ़े छह बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे तक पंडितवाड़ी से लेकर प्रेमनगर तक जीरो जोन है।

इन्हें मिला अवार्ड
स्वार्ड आफ आनर- प्रवीण सिंह
स्वर्ण पदक – प्रवीण सिंह
रजत पदक- मोहित कापड़ी
रजत पदक टीजी – विनय भंडारी
कांस्य पद- शौर्य भट्ट
चीफ आफ आर्मी स्टाफ बैनर-कोहिमा कंपनी

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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