देहरादून: पुष्कर सिंह धामी के सीएम बनने के बाद से ही उनके उप चुनाव को लेकर लगातार चर्चाएं हो रही है कि वो किस सीट से चुनाव लड़ेंगे। उनके लिए कई विधायकों ने सीट छोड़ने का ऐलान किया था। लेकिन, सबसे चम्पावत विधायक कैलाश गहतोड़ी ने ऐलान किया था कि वो सीएम के लिए सीट छोड़ देंगे। सूत्रों की मानें तो विधायक ने इस्तीफा दे दिया है।
अब यह तय हो गया है कि मुख्यमंत्री धामी इस सीट से ही उपचुनाव लड़ेंगे। चम्पावत से भाजपा विधायक कैलाश गहतौड़ी ने प्रदेश भाजपा संगठन को अपना त्यागपत्र सौंप दिया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार अब इस बारे में विमर्श कर केंद्रीय नेतृत्व को प्रस्ताव भेजा जाएगा। इसके साथ ही अब यह तय हो गया है कि मुख्यमंत्री धामी चम्पावत से ही उपचुनाव लड़ेंगे।
विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 47 सीटें जीतकर दो-तिहाई बहुमत हासिल किया, लेकिन मुख्यमंत्री स्वयं खटीमा से चुनाव हार गए थे। इसके बावजूद भाजपा नेतृत्व ने धामी पर विश्वास जताते हुए उन्हें लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनाया। अब धामी को छह माह के भीतर विधानसभा का सदस्य बनना है।
धामी के फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे पहले चम्पावत से पार्टी विधायक कैलाश गहतौड़ी ने उनके लिए अपनी सीट छोड़ने की घोषणा की। इसके बाद पार्टी के कुछ अन्य विधायकों के साथ ही एक निर्दलीय और कांग्रेस के एक विधायक ने भी ऐसी ही पेशकश की।
हाल में मुख्यमंत्री ने दिल्ली प्रवास के दौरान अपने उपचुनाव के लिए सीट के संबंध में पार्टी के केंद्रीय नेताओं से बातचीत की। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व ने धामी को चम्पावत से उपचुनाव लड़ने को हरी झंडी दे दी। इसके बाद पार्टी का प्रांतीय नेतृत्व भी सक्रिय हो गया था।
सूत्रों ने बताया कि चम्पावत की जिला इकाई की ओर से भी मुख्यमंत्री को चम्पावत से उपचुनाव लड़ाने का प्रस्ताव प्रदेश नेतृत्व को भेजा गया है। अब विधायक गहतौड़ी ने भी अपना त्यागपत्र प्रदेश संगठन को भेजा है। लेकिन, नियमानुसार सीट तभी खाली मानी जाएगी, जब विधायक अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष का सौंपेंगे।