Dehradun : DGP अशोक कुमार ने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट की है, जिसकी हर कहीं चर्चा हो रही है। उन्होंने पुलिसकर्मियों से अपील की है कि यहां उनका कोई भाई या रिश्तेदार नहीं है। अगर कोई आपको उनके नाम से धमकाता है या फिर इस तरह की बातें करता है, तो उसकी बातों में ना आएं। ऐसे लोगों के दबाव में आने की जरूरत नहीं है। किसी भी तरह की दिक्कत होने पर उनसे शिकायत कर सकते हैं। सवाल यह भी है कि आखिर DGP ने ऐसी पोस्ट क्यों लिखी ? कहीं ऐसा तो नहीं है कि किसी ने उनका नाम लेकर पुलिसकर्मियों को धमकाने का प्रयास किया है ? अगर ऐसा है तो यह गंभीर बात है और DGPने सही समय पर सही कदम उठाया है।
साथी पुलिसकर्मी कृपया ध्यान दें..
कभी कभी कुछ लोग आपके सामने कह सकते हैं कि-
-“DGP तो हमारे भाई हैं, ख़ास भइया हैं…”.
-“DGP से तो हमारे बेहद घरेलू रिश्ते हैं”.
-“डीजीपी के यहाँ हमारा आना जाना है, उनके यहाँ रोज़ का उठना बैठना है”.
-“डीजी पीहमारे गांव के हैं”.
साथियों, जब भी कोई इस तरह की बातें करे तो कृपया सतर्क हो जाएँ। सामान्यत ऐसा कहने वाला शख़्श आपको अपने प्रभाव में लेना चाह रहा है और हो सकता है कि वह आपसे अनुचित लाभ लेने / अवैध काम कराने का भी प्रयास कर रहा हो। अत: आप से अनुरोध है कि कृपया ऐसे लोगों के जाल में बिल्कुल ना फँसें। शालीनतापूर्वक बात करते हुए बता दें कि किसी भी हाल में गलत काम नहीं होगा।
साथियों, मैं आपको बड़े ही सरल शब्दों में यह स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि प्रदेश में न तो कोई मेरा भाई है, न कोई मेरा ख़ास है, और न ही यहाँ कोई मेरा रिश्तेदार है। मेरे सबसे नजदीक मेरे पुलिस वाले ही हैं। इसलिए कोई ऐसा बोले तो बोलिये कि ठीक है, हमारे डी जी पी हमारे भी हैं । इसलिए उनके दबाव में न आएं और वही करें जो सही है, गलत बिल्कुल भी ना करें। हाँ इतना ज़रूर है कि यहाँ के सभी सम्भ्रांत जनों को मेरी नीयत और मेरी कार्य प्रणाली पर पूरा भरोसा है, जिसके कारण वे लोग जनहित के मद्देनज़र मुझे सभी ज़रूरी सूचनाएँ देते रहते हैं, जिन पर मैं पूरी निष्ठा से काम करता रहता हूँ। आप सभी लोगों को ध्यानपूर्वक सुनें और उनकी कानून के दायरे में मदद करें.. ! जय हिन्द !!