देहरादून : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की सोशल मीडिया में की गई पोस्ट पर बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख और मुख्य प्रवक्ता राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने हरीश रावत राजनीतिक तुष्टिकरण का आरोप लगाया है। बलूनी ने कहा कि पूर्व सीएम हरीश रावत और उनकी पार्टी से ऐसी ही उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने सोशल मीडिया में पोस्ट की है।
इसमें उन्होंने कहा कि आपने फिर बड़ी सफाई के साथ कांग्रेस की डूबती नैया बचाने के लिए हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेला है। इस कार्ड को आप अपनी ‘राजनीतिक संजीवनी’ मानते आए हैं। स्वाभाविक है सत्ता पाने के लिए कांग्रेस हर बार इस धार्मिक कार्ड का उपयोग करती आई है।
इसके अनगिनत उदाहरण हैं। जनता जनार्दन सब कुछ जानती है। जनता जानती है कि भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास’ में विश्वास करती है, जबकि कांग्रेस विशुद्ध तुष्टिकरण की राजनीती करती रही है और इसके ज्वलंत उदाहरण आप हैं।
जनता को याद है, जब आपने मुख्यमंत्री रहते हुए जुमे की नमाज के लिए छुट्टी का आदेश निकाला था। जनता को याद है जब आप बार-बार विशेष संदेश देने के लिए निरन्तर मुस्लिम धार्मिक स्थानो की यात्रा करते रहते थे, मदरसों का गुणगान करते थे।
हम सभी को देश का नागरिक मानते हैं, सबके लिए बराबर मनोभाव और सम्मान रखते हैं। आज देश में एक ऐसी सरकार हैं जो बिना भेद-भाव और तुष्टीकरण के के विकास के लिए संकल्पबद्ध है।
आपकी तुष्टिकरण की चालों और नीतियों की जनता को याद दिलाने की जरूरत नहीं है किंतु आप जैसे वरिष्ठ नेता से अपेक्षा रहती है कि उत्तराखंड के विकास के मुद्दे पर आप सार्थक बहस करते, उसका चौतरफा स्वागत होता।