देहरादून: कोरोना का कहर अभी कम नहीं हुआ है। दो-तीन दिन मामले कम जरूर हुए, लेकिन अभी खुश होने का वक्त नहीं है। कोरोना की रफ्तार शहरी क्षेत्रों में कम जरूर हुई, लेकिन गांवों में इसकी रफ्तार और तेज होती जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना 16 हजार ज्यादा एक्टिव मरीज हैं। इनमें से 14851 लोग होम आईसोलेशन में अपना इलाज कर रहे हैं।
पिछले एक महीने में 233 लोग कोरोना का शिकार होकर अपनी जान गवां चुके हैं। गांवों में कोरोना की फ्तार और मामले के तेजी से बढ़ने अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 122 पंचायतों में क्वारंटीन सेंटर बने हैं। 1000 से अधिक लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक चमोली में अब तक 8558 लोग कोरोना पाॅजिटिव हुए। जिनमें से 5918 स्वस्थ हो चुके हैं। इनमें लगभग 5000 लोग ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। शहरी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3350 से अधिक है।
स्वास्थ्य सेवाओं के विशेषज्ञ अनूप नौटियाल के मुताबिक 14 से 16 मई के बीच पौड़ी, पिथौरागढ़, टिहरी, अल्मोड़ा, रुद्रप्रयाग जैसे मुख्य रूप से ग्रामीण आबादी वाले जिलों में संक्रमण दर 20 प्रतिशत से अधिक रही। चमोली में संक्रमण दर 19 प्रतिशत से अधिक रही। इसके मुकाबले देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और यूएसनगर जैसे शहरी आबादी वाले जिलों में संक्रमण दर औसत 15 प्रतिशत से कम रही। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की स्थिति का अंदाजा लगता है।