देहरादून: कोरोना की तीसर लहर को लेकर खूब हल्ला हो रहा है। वैज्ञानिकों की चेतावनी के बाद सरकारों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार की ओर से भी संभावित खतरे को देखते हुए अलर्ट किया गया है। इस बीच कोरोना की पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर कुम उम्र के लोगों पर ज्यादा असरदार रही। दूसरी लहर में ज्यादातर युवा ही थे।
कोरोना की दूसरी लहर अब तेजी से खत्म होती नजर आ रही है। जैसा आमतौर पर किसी भी महामारी के साथ होता है। जितनी तेजी से लहर बढ़ती है। उतनी ही तेजी से नीचे भी गिरती है। वही आंकड़े नजर भी आने लगे हैं। लेकिन, इन आकंड़ों के बीच कोरोना की दूसरी लहर बच्चों को लेकर जताए जा रहे संभावित खतरे की ओर इशारा कर रही है।
उत्तराखंड की बात करें तो दूसरी लहर में पिछले 20 दिनों में 2044 बच्चे कोरोना (Corona) पाॅजिटिव पाए गए हैं। शनिवार की शाम को जारी हेल्थ बुलेटिन में इस बात की पुष्टि की गई है। इससे एक बात तो साफ है कि कोरोना ने बच्चों पर इस बार काफी असर किया है।
इन पिछले 20 दिनों एक से 20 मई तक नौ साल से कम उम्र के 2044 बच्चे कोरोना पाॅजिटिव हुए। 10 से 19 साल तक के 8661 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। सोचने वाली बात यह है कि कोरोना की तसरी लहर आए या ना आए, लेकिन इसको हल्के में नहीं लेना चाहिए। इस लहर को लेकर लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।