देहरादून: मशहूर न्यूरो सर्जन डॉ. महेश कुड़िया की चर्चा इन दिनों खूब हो रही है। चर्चा उनके किसी मरीज को ठीक करने को लेकर नहीं। बल्कि, उनके राजनीति में आने को लेकर है।
अखबारों से लेकर न्यूज वेबसाइट्स तक में डॉ. महेश कुड़ियाल से जुड़ी खबरें चली और चलाई जा रहे हैं। खबरों में कहा गया है कि डॉ. कुड़ियाल ने उत्तराखंड क्रांति दल की सदस्यता ले ली है।
इन खबरों के छपने के बाद डॉ. महेश कुड़ियाल परेशान हो गए हैं। उनको लोग फोन कर उनके इस फैसले के बारे में पूछ रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने यूकेडी ज्वाइन नहीं की है।
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल उत्तराखंड की मूल भावनाओं से जुड़ा राजनीतिक दल है और उनको यूकेडी के किसी कार्यक्रम में शामिल होने से कोई गुरेज नहीं है।
डॉ. महेश कुड़ियाल का कहना है कि ऐसे ही सामान्य तौर पर यूकेडी के कार्यक्रम में अपने साथी डॉक्टरों के साथ गए थे। वहीं उनके साथ एक फोटो लिया गया था, जिसे अखबारों और न्यूज़ पोर्टल में यह कहकर खबरें छापी जा रही हैं कि डॉ. कुड़ियाल ने यूकेडी की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
उनका कहना है वह अभी भी BJP के एक्टिव मेंबर हैं और अगर कभी भी उनको यूकेडी या किसी दूसरे दल में शामिल होना होगा तो वह अपना फैसला सार्वजनिक रूप से सभी को बता देंगे।
डॉक्टर कुड़ियाल ने कहा कि उन्होंने पहाड़ की पीड़ा को देखा है और समझा है। पहाड़ के हित में जो भी लोग बात करते हैं या जो भी अच्छा सोचते हैं, मुझे उनके साथ खड़े होने में कोई समस्या नहीं है।
चाहे वह कोई भी सामाजिक संगठन हो या फिर राजनीतिक दल। कहा कि पहाड़ की चिंता हमारे लिए सबसे पहले है। साथ ही उन्होंने कहा कि यूकेडी के प्रति उनके मन में सम्मान है और हमेशा रहेगा।