हरिद्वार: हरिद्वार से एक ऐसी खबर है, जिसे पढ़ कर आपका सिर चकराने लगेगा। इस घटना ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। जिसने भी इस घटना के बारे में सुना उसके पांव तले से जमीन खिसक गई। घटना धर्म नगरी हरिद्वार की है। ज्वालापुर में दो दिन पहले तीर्थ पुरोहित परिवार की बुजुर्ग महिला की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। पुलिस तब से इसकी जांच में जुटी हुई थी। घटना की जांच के दौरान जो बातें सामने आई। उससे पुलिस तो हैरान थी ही परिवार के लोगों के पांव तले से जमीन खिसक गई। हत्या के ऐसा खुलासे का परिवार वालों ने कभी कल्पना भी नहीं की होगी।
अब आपको पूरी कहानी बताते हैं। हरिद्वार में दिनदाड़े बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी गई थी। इसके पीछे कोई और नहीं, बल्कि उनकी वली पोती मास्टरमाइंड थी, जिसे उन्होंने लाड़-प्यार से पाला था। जिसके लिए वो दुनिया-जहां के सपने देखती थी। दादी की गलति सिर्फ इतनी थी कि वो अपनी पोती को उसके ब्वॉयफ्रेंड से मिलने से रोकती थी। इसी रोक-टोक के चलते उसने अपने ब्वॉयफ्रेंड के दोस्त को ब्लैकमेल किया और दादी का कल्त करा दिया। पुलिस ने पोती और बीबीए में पढ़ने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
SSP प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि ज्वालापुर के मौहल्ला चाकलान निवासी पेशे से तीर्थ पुरोहित अनुराग शर्मा गंगा सप्तमी के अवसर पर पूजा अर्चना के लिए हर की पैड़ी गए हुए थे। उनकी बुजुर्ग मां घर पर अकेली थीं। दोपहर के समय चीख पुकार की आवाज सुन पड़ोसी मौके पर पहुंचे तो उन्होंने बुजुर्ग महिला को लहूलुहान हालत में खून से सने फर्श में पाया। अभिषेक शर्मा की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस ने घटनास्थल की ओर आने-जाने वाले रास्तों पर लगे अनेकों सीसीटीवी कैमरा फुटेज खंगाले। कई संदिग्धों से पूछताछ के साथ ही हत्या के दौरान आवाजाही करते दिख रहे एक संदिग्ध युवक से सख्ती के साथ पूछताछ की तो युवक ने हत्या की बात कबूली और हत्या करने का कारण भी बताया। उसने पुलिस पूछताछ में सारे राज उगल दिए। फिर क्या था पुलिस ने मास्टरमाइंड पोती को दबोच कर हत्या का खुलासा कर दिया।
बीबीए छात्र उदित झा ने पूछताछ में बताया कि मृतक बुजुर्ग महिला की पोती का अनुराग के साथ और उदित झा का कनखल निवासी लड़की के साथ अफेयर है। भूमिका और आयशा और उदित झा और अनुराग भी दोस्त हैं। आयशा और उदित झा के प्राइवेट फोटो/वीडियो मास्टरमाइंड पोती के पास थी। भूमिका अपने ब्वॉयफ्रेंड अनुराग को समय-समय पर काफी पैसे देती रहती थी और उसको आई फोन के लिए भी पैसे दिए थे। अनुराग लोकल स्तर पर मात्र 10 से 15 हजार रुपए के बीच की नौकरी करता था, लेकिन भूमिका की वजह से उसको कभी भी पैसों की कमी नहीं रही।
घर से धीरे-धीरे करके लगातार पैसे गायब होने पर दादी ने पैसे छुपाने शुरू कर दिए। उनको इस बात का पता चल गया था कि उसकी पोती ही ऐसा करती है। इससे परेशान होकर दादी को अपने रास्ते से हटाने के लिए भूमिका ने अपने साथियों के साथ मिलकर उदित झा को ब्लैकमेल करते किया और उसे धमकी दी कि तू मेरी दादी को रास्ते से हटा दे वरना तेरी प्राइवेट वीडियो को वायरल कर दूंगी। इसके बाद डर के मारे वो तैयार हो गया। प्लान बनाया गया कि जब घर के सभी लोग जरूरी काम से घर से बाहर चले जाएं तब वो घर में जाकर दादी का काम तमाम कर दे।
गंगा सप्तमी के दिन मृतका बुजुर्ग महिला अर्चना के घर के सभी सदस्य गंगा स्नान/पूजन हेतु हरिद्वार चले गए। मृतका की पोती ने उदित झा को अपने घर की सारी जानकारी उपलब्ध करवाकर सूचना दी कि आज अच्छा मौका है हमारे घर पर जाकर मेरी दादी को रास्ते से हटा दो। उदित झा उस समय गंगा पूजा के लिए हर की पैड़ी गया था। वहां से स्कूटी से घर आया और अपने कपड़े चेंज कर रास्ते से अंसारी मार्केट से हथौड़ा खरीदकर अपनी स्कूटी से घर से कुछ दूर आकर स्कूटी को आधे रास्ते में खड़ी कर दी। उसके बाद सीसीटीवी कैमरो से बचने के लिये छाता ओढ़कर पैदल-पैदल गलियों से चलकर उसके घर पर आया। दरवाजा दादी ने खोला।
उदित झा ने पोते मुकुंद के बारे पूछा और उसे अपना दोस्त बताकर मृतका से पीने के लिये पानी मांगा। जब वह बरामदे मे रखे फ्रीज से पानी निकाल रही थी तो उसी दौरान उदित झा ने हथोड़े से उनके चेहरे पर वार कर दिया। जिससे महिला चिल्लाई तो उसने पकड़े जाने के डर से मृतका के सिर और चेहरे पर हथोड़े से कई वार कर दिये और फरार हो गया।