हरिद्वार: टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम भले ही पदक ना जीत पाई हों, लेकिन उनके शानदार प्रदर्शन ने देश को गौरवान्वित कर दिया। देश की हॉकी टीम में उत्तराखंड की बेटी वंदना कटारिया भी शामिल रहीं। उन्होंने ऐसा रिकॉर्ड बनाया, जो आज तक कोई नहीं बना सका।
वंदना कटारिया ने ओलंपिक में शानदार हैट्रिक बनाई। उनका उत्तराखंड में इंतजार हो रहा है। मुख्यमंत्री उनसे बात कर चुके हैं। खेल मंत्री उनके घर से हो आए हैं, लेकिन वंदना के घर तक जाने वाली सड़क बदहाल हो गई है। इतनी बदहाल की इस पर वाहन चलाना भी मुश्किल है।
उन्हें ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। जिस खिलाड़ी को हम ब्रांड एंबेस्डर हरिद्वार में रोशनाबाद स्थित उनके घर तक पहुंचने के लिए सड़क एकदम खस्ताहाल है। स्थिति यह है कि सड़क पर वाहन चलाना भी किसी खतरे से कम नहीं हैं। खेल मंत्री उनके घर गए, लेकिन उनकी लग्जरी गाड़ी भी इन गड्ढों से पार नहीं पा सकी।
मंत्री को 200 मीटर पैदल जाना पड़ा। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो खिलाड़ी सालों से मेहनत कर रही है, जिसके नाम कई रिर्कार्ड दर्ज हैं। सरकार को उसकी याद अब आई, जब वो ओलंपिक में कमाल कर दुनियाभर में छाई हुई हैं। ऐसा नहीं है कि किसी ने आवाज नहीं उठाई।
खुद वंदना कटारिया भी कह चुकी हैं कि उन्हें अपनी साथी खिलाडियों को अपने घर बुलाने में शर्म महसूस होती है। यह शर्म इसी बदहाल सड़क के कारण है। सरकार दावे करती है कि विकास हो रहा है। हर गांव सड़क से जुड़ रहा हैं। चमचमाती सड़कें बन रही है। लेकिन, हकीकत खुद मंत्री अपनी आंखों से देख चुके हैं। उम्मीद है कि वंदना कटारिया के घर की सड़क जल्द बनेगी।