कालाढूंगी: वन विभाग जंगली जानवरों को बचाने के लिए नई-नई योजनाएं बनाता रहता है। अब वन विभाग ने एक ओर पहल की है। इस बार भालू, हाथी और बाघों के लिए नहीं बल्कि छिपकली, कछुआ, मगरमच्छ, सांप, घड़ियाल और गिरगिट जैसे सरीसृप वर्ग के जीवों को बचाने के लिए अद्भुत पहल की है। कालाढूंगी रेंज में इको ब्रिज बनाया गया है। सड़क के ऊपर बनाए लकड़ी के इस 70 मीटर लंबे ब्रिज से रेंगने वाले जीव आसानी से आ-जा सकेंगे।
कालाढूंगी रेंज के वन क्षेत्राधिकारी अमित कुमार ग्वासाकोटी ने बताया कि पुल पर दो लाख रुपये का खर्च आया है। इस पुल के निर्माण में रस्सी, बांस और घास का प्रयोग किया गया है। इको ब्रिज से सरीसृप प्रजाति के जीव जंगलों के बीच से गुजर रही सड़क को आसानी से पार कर पाएंगे। कालाढूंगी-नैनीताल रोड पर पुल का निर्माण लाल मिट्टी क्षेत्र में किया गया है।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार कालाढूंगी के पुल निर्माण वाले इलाके में मिश्रित वनों का क्षेत्रफल ज्यादा है। साथ ही बौर नदी भी इस इलाके में बहती है। मिश्रित वन होने के चलते इनमें सरीसृप प्रजाति के जीव रहना ज्यादा पसंद करते हैं। ये जीव पेड़, बिलों और पानी में रहते हैं। कालाढूंगी की भौगोलिक परिस्थितियां इन जानवरों के लिए अनुकूल हैं। इसके चलते अधिकतर प्राणी हादसों का शिकार हो जाते हैं। इसे देखते हुए वन विभाग ने इको ब्रिज तैयार किया है।