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कविंद्र इष्टवाल ने कहा पूरी तरह फेल है सरकार।
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खुलेआम घूम रहे हैं अपराधी।
पौड़ी : पौड़ी जिले के चैबट्टाखाल विधानसभा में पिछले दिनों एक गरीब, निर्धन छात्रा बालिका के साथ छेड़छाड़ और जानलेवा घटना के तीन सप्ताह से ज्यादा का समय हो जाने पर भी अपराधी का पुलिस की पकड़ से बाहर रहना यह बताने के लिए काफी है कि उत्तराखण्ड में कानून व्यवस्था का आलम क्या है? उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार पूर्ण रूप से कानून व्यवस्था की ट्रांसपेरेंसी बनाए रखने में नाकाबिल साबित हुई है। यह कहना है कि उत्तराखण्ड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव कविन्द्र इष्टवाल का। उन्होंने कहा कि बड़ा दुःखदायी है कि हमारी बेटियों पर गिद्द नजर बैठाये अपराधी खुलेआम सरकार की कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं और सरकार हाथ में हाथ धरे चुपचाप डबल इंजन का जाप कर रही है।
चैबट्टाखाल में पिछले दिनों काॅलेज से घर जा रही बिटिया पर हुए हमले का अपराधी आजतक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, यह काफी है यह बताने के लिए सरकार जनता को कितना सुरक्षित माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि त्रिवेन्द्र सरकार को चार साल का समय पूरा होने वाला है और अभी तक वह यह निश्चित ही नहीं कर पा रहे हैं कि उन्होंने करना क्या है? रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ धीरे-धीरे कानून व्यवस्था भी पटरी से उतरने लगी है। छोटे से राज्य की कानून व्यवस्था को न संभाल पाना उनकी नेतृत्वहीनता का उदाहरण है।
सरकार, जनता के द्वारा जनता के लिए जनहित को ध्यान में रखकर कार्य करने की एक व्यवस्था है परंतु वर्तमान भाजपा सरकार ने इस परिभाषा को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है। उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना लागू की गई है पर यह योजना भी असफल साबित हो रही है। जिन लोगों का रोजगार लाॅकडाउन के कारण प्रभावित हुआ था उनके द्वारा जब इस योजना में आवेदन किया जा रहा है तो उन्हें यह कहकर मना कर दिया जा रहा है कि यह योजना उनके लिए नहीं है। यदि इस योजना में जरूरतमंद लोगों को ही मदद नहीं मिलनी तो फिर ऐसी योजनाओं का क्या फायदा? सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि वह जनता के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है जनता की अनदेखी किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं है।