-
मनीष खंडूडी ने गढ़वाल लोकसभा का भ्रमण किया।
-
गांव लौटे युवाओं से मुलाकत की और उनके भविष्य को लेकर उनसे विचार-विमर्श किया।
पौड़ी : कांग्रेस नेता और गढ़वाल लोकसभा सीट के प्रत्याशी रहे मनीष खंडूडी ने बीरोंखाल ब्लाॅक के रसिया महादेव, मैठाणाघाट, स्यून्सी, बैजरों, वेदिखाल, सैन्धार, कुणजखाल, कोलाखाल आदि क्षेत्रों का भ्रमण किया। उन्होंने इस दौरान कोविड-19 और लाॅक डाउन के बाद अपने गांव लौटे युवाओं से मुलाकत की और उनके भविष्य को लेकर उनसे विचार-विमर्श किया। युवाओं ने बताया कि उन्हें प्रदेश सरकार से बहुत उम्मीदें थी, परंतु वर्तमान भाजपा सरकार ने उनकी उम्मीदों को मिट्टी में मिलाने का काम किया। सरकार की तरफ से घोषणाएं तो बहुत हो रही हैं, परंतु धरातल पर अमल किसी भी योजना पर नहीं हो पा रहा है। ऐसे में बमुश्किल रिवर्स पलायन कर वापस आए युवाओं का वापस महानगरों की तरफ रूख करना पड़ रहा है।
मनीष खंडूडी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पलायन को रोकने के लिए पलायन आयोग का गठन किया तब तो पलायन रूक नहीं पाया परंतु अब जब परिस्थितियां ऐसी हैं कि लोग खुद-ब-खुद वापस अपने घर गांव लौटकर आएं हैं, तो सरकार उन्हें यहीं रोकने के लिए कोई भी ठोस प्रयास करने को राजी नहीं है। उन्होंने कहा कि आज विकास के नाम पर सिर्फ बनावटी हो हल्ला हो रहा है, इसके अलावा कुछ नहीं है। बात चाहे फिर सड़कों की हो या स्वास्थ्य की। हर जगह बुरा हाल है।
रसिया महादेव में लाॅकडाउन के समय से बंद पड़ा भारतीय स्टेट बैंक अभी तक नहीं खुल पाया है, जिससे बड़े-बुजुर्गोें को लंबा सफर तय करके अपनी बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जो सरकार जनता की मूलभूत सुविधाओं का ध्यान नहीं रख पाती है उसे तत्काल सत्ता छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने लोगों से मुलाकत करते हुए भरोसा दिलाया कि उनकी कांग्रेस पार्टी क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के लिए प्रतिबद्ध है और सुख-दुःख में आम नागरिकों के साथ हर समय खड़ी है। वो हमेशा क्षेत्र की समस्याओं को प्रखरता से उठाते रहेंगे और उसके निकराकरण के लिए संघर्ष करते रहेंगे।
इस अवसर कवीन्द्र इस्टवाल ने कहा संगठन को मजबूत करने के लिए हमें गांव-गांव जाना होगा। प्रदेश सरकार की नाकामियों को उजागर करके हर व्यक्ति को चेतना होगा। यह डबल इंजन सरकार पूरी तरह फेल है। उन्होंने खा कि जो स्कूलों और हास्पीटल के लिये सही निर्णय नही ले पा रही है। इनकी गलत नितियों के कारण चाहे वह कर्मचारी वर्ग हो, दुकानदार हों, चाहे छोटे स्वरोजगार के लिये प्रयास कर रहे हमारे भाई-बहन हों, सब परेशान हैं। एक अच्छा अवसर था जब इस समय कई युवा गाँव वापस आये थे, जिनके स्वरोजगार के लिये प्रयास होते, लेकिन जिरो टॉलरेंस सरकार इसमे भाई-भतीजा कर युवाओं को केवल मायूस कर रही है।
इस अवसर पर राजपाल बिष्ट, प्रदेश सचिव कविन्द्र इष्टवाल, केशर सिंह नेगी, जगदीश बिष्ट पूर्व महामंत्री बीरोंखाल ब्लाॅक, खेमराज प्रियवत पूर्व पीसीसी सदस्य, मेहरबान सिंह रावत जिला सचिव, बच्चन सिंह नेगी, पूर्व ब्लाॅक अध्यक्ष, चित्र सिंह कंडारी, सामाजिक कार्यकर्ता, जयदीप नेगी, पूर्व ब्लाॅक अध्यक्ष, ख्यात सिंह नेगी, ब्लाॅक अध्यक्ष बीरोंखाल, दिनेश सिंह रावत, अमर सिंह नेगी,ब्लाॅक अध्यक्ष, थैलीसैंण आदि उपस्थित थे।