देहरादून: एवलांच हादसे में अब तक 19 शव बरामद हो चुके हैं, जिनमें से 4 शवों को घटनास्थल से हर्षिल आर्मी हेलीपैड पहुंचा दिया गया है। वहां से एंबुलेंस के जरिए उन्हें उत्तरकाशी लाया जा रहा है। द्रोपदी का डंडा रेस्क्यू के लिए 2 चीता हेलीकॉप्टरों ने उड़ान भरी।
हेलीकॉप्टर द्वारा 4 शवों को मातली हेलीपैड लाने का प्रयास किया गया। लेकिन, खराब मौसम होने के दृष्टिगत उक्त शवों को हर्षित हेलीपैड पर उतारा गया है।
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के दल में से 29 सदस्य रविवार को डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद लापता हो गए थे। मौसम खराब होने के कारण रेस्क्यू टीम को भी लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था।
एडवांस बेस कैंप में तैनात रेस्क्यू टीम द्वारा लापता शेष 10 ट्रेनी की खोज बीन की जा रही है। वहीं आज शुक्रवार सुबह दो हेलीकॉप्टर घटनास्थल के लिए रवाना हुए। इसके बाद एएलएच हेलीकॉप्टर समिट कैंप से चार शवों को लेकर हर्षिल हेलीपैड पहुंचा। हेलीकॉप्टर द्वारा शवों को मातली हेलीपैड लाने का प्रयास किया गया, लेकिन खराब मौसम के कारण शवों को हर्षित हेलीपैड पर उतारा गया है, जिन्हें अब सड़क मार्ग से उत्तरकाशी लाया जा रहा है।
उत्तरकाशी के डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र से रेस्क्यू दल ने बृहस्पतिवार को 15 शव बरामद किए थे। चार शव घटना के दिन ही बरामद हो गए थे। अब तक कुल 19 शव मिल चुके हैं। वहीं 10 लोग अभी भी लापता हैं।