काशीपुर: BJP में इस बार टिकट बंटवारे के बाद जो बगावत सामने आई है। उसके बारे में BJP ने कभी शायद ही सोचा होगा। यह माना जाता है कि भाजपा में कोई पार्टी के खिलाफ आवाज नहीं उठाता है, लेकिन इस बार नजारा कुछ अलग है। भाजपा में यमुनोत्री से लेकर धारचूला तक बगावत ही बगावत नजर आ रही है। भाजपा ने कई सीटों में पर ऐसे लोगों को टिकट दिया है, जो या दूसरी पार्टियों से कुछ समय पहले शामिल हुए हैं या फिर सर्वे में नाम नहीं होने के बाद भी टिकट दे दिए गए।
भाजपा में बगावत BJP ने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करने के बाद शायद यह नहीं सोचा होगा कि अनुशासित कही जाने वाली पार्टी में भी इतने बड़े स्तर पर बगावत हो सकती है। लेकिन, टिकट फाइनल होने के बाद अब इस्तीफों का सिलसिला शुरू हो गया है। बगावत को थामना BJP के लिए भी मुश्किल नजर आ रहा है।
काशीपुर में भी बगातव हो गई है। काशीपुर विधायक हरभजन सिंह चीमा के बेटे को टिकट दिया गया है। त्रिलोक सिंह चीमा को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद काशीपुर BJP में कलह शुरू हो गई है। भाजपा से बगावत करते हुए काशीपुर नगर निगम की मेयर उषा चौधरी सहित कई वरिष्ठ BJP नताओं ने अपने-अपने पदों से इस्तीफो दे दिया है।
उनका कहना था कि विधायक हरभजन सिंह चीमा ने अपने पुत्र को चुनावों की तारीख घोषित होने से कुछ दिन पूर्व ही पार्टी में शामिल कराया। इसके बाद वह अपने बेटे को भाजपा से टिकट दिलवाने में सफल हो गए। जबकि BJP में कई ऐसे नेता हैं, जिन्होंने अपना पूरा जीवन भी पार्टी की सेवा में लगा दिया।
इस्तीफा देने वालों में मेयर उषा चौधरी, चिकित्सा प्रकोष्ठ के डा. गिरीश तिवारी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राम मेहरोत्रा, प्रदेश मंत्री आशीष गुप्ता, महानगर अध्यक्ष मोहन बिष्ट, जिला उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह चण्डोक, भाजयुमों के जिलाध्यक्ष सर्वजीत सिंह, गुरबख्स सिंह बग्गा, समेत तमाम भाजपाई शामिल है।