देहरादून: BJP को हिन्दू-मुस्लिम की राजनीति करने के बाद भी कई सीटों पर हार की चिंता सता रही है। खास बात यह है कि उसके लिए भी BJP धर्म का सहारा ही लेने जा रही है। सवाल यह भी है कि क्या BJP राहुल गांधी के उत्तराखंड दौरे से घबरा गई है। खासकर राहुल गांधी ने जिस तरह से तराई के किच्छा में किसानों से संवाद किया और उसके बाद हरिद्वार में गंगा पूजा की और फिर आरती में भी शामिल हुए।
उससे BJP को रणनीति बदलनी पड़ी और अब PM मोदी का कार्यक्रम तय किया जा रहा है। माना जा रहा है कि संगम आरती का जो विकल्प रखा गया है, वह राहुल गांधी की गंगा आरती के जवाब के रूप में तय किया गया है। पहले भाजपा पीएम मोदी की एक ही जनसभा कराने की योजना पर काम कर रही थी, लेकिन अब जो खबरें आ रही हैं, उनके अनुसार भाजपा ने अपनी रणनीति में बदलाव का फैसला लिया है।
जानकारी के अनुसार PM मोदी 10 या 11 फरवरी को देवप्रयाग में संगम आरती कर सकते हैं। जिस तरह से पीएम मोदी को कार्यक्रम तय करने का प्रस्ताव भेजा गया है। उससे एक बात तो साफ है कि टिहरी जिले में BJP खुदको कमजोर समझ रही है।
BJP को चुनाव प्रचार के दौरान कई सीटों पर स्थिति कमजोर लग रही है। ऐसे में संगठन स्तर से भी भाजपा ने ऐसी सीटों पर जोर लगाना शुरू कर दिया है। मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो-तीन दौरे होने से कमजोर सीटें भी भाजपा के पक्ष में आ सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक मोदी हरकी पैड़ी पर आरती करने के बजाए देवप्रयाग संगम स्थल पर आरती कर सकते हैं। उनका 10 व 11 फरवरी को आने की संभावना है।
देवप्रयाग से ही मोदी वर्चुअल संबोधित कर सकते हैं। मोदी के दौरे को लेकर भाजपा भी अप्रत्यक्ष रूप से तैयारी में जुटी है। गढ़वाल के बाद BJP कुमाऊं में भी मोदी का चुनावी दौरा कराने की तैयारी कर रही है। हालांकि भाजपा ने 7 से 11 फरवरी क PM मोदी के प्रदेश की पांच लोक सभा सीटों में वर्चुअल जन चौपाल कार्यक्रम तय कर दिए हैं। अब देखना होगा कि PM मोदी का कार्यक्रम कहां और किस रूप में तय होगा है। फिर BJP कमजोर सीटों पर ज्यादा जोर लगा रही है।