देहरादून: उत्तराखंड में सरकारी नौकरियों की राह देख रहे युवाओं का सपना साकार होता नजर आ रहा है। प्रदेश में सरकारी भर्तियों के नाम पर हीला-हवाली नहीं बल्कि पारदर्शी तरीके से काम के साथ परीक्षाएं कराई जा रही हैं। धामी सरकार में लंबे समय बाद हजारों पदों पर ना सिर्फ भर्ती की विज्ञप्ति जारी की गई, बल्कि उन तमाम पदों पर परीक्षा की तिथि भी तय की जा चुकी हैं।
युवा मुख्यमंत्री धामी प्रदेश के युवाओं की परेशानी बखूबी समझते हैं यहीं कारण है कि बीते तीन मार्च से ही लगातार भर्ती प्रक्रिया में तेज़ी आई है। युवा सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शपथ ग्रहण के पहले ही दिन नए मंत्रिमंडल की पहली कैबिनेट बैठक में 20 हजार से अधिक सरकारी पदों पर भर्ती प्रकिया शुरू करने का प्रस्ताव कैबिनेट में पारित किया था।
यह केवल प्रस्ताव नहीं था। बल्कि, उस पर अमल भी हुआ और धरातल पर भी उतारा जा रहा है। अब तक 17 हजार से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया गतिमान है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पहले ही दिन स्पष्ट निर्देश दे दिए थे कि बेवजह हीला-हवाली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यही कारण है कि तमाम विभागों में समयबद्ध तरीक़े से भर्ती प्रकिया संचालित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश के बाद गुरुवार को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा स्नातक स्तरीय विभिन्न 854 रिक्त पदों भर्ती परीक्षा हेतु परीक्षा केन्द्रों का चिन्हिकरण कर लिया गया है। इस परीक्षा प्रदेश के 2 लाख 16 हजार 519 अभ्यर्थी शामिल होंगे। यह परीक्षा अब तक की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षा है। आयोग की ओर से 4 और 5 दिसम्बर दो दिन में तीन शिफ़्ट में इस परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बार बात इस बात का बार बार ज़िक्र करते रहे हैं “कि जिन पदों पर विज्ञप्ति जारी होगी, उन पदों पर तय समय सीमा के साथ भर्ती प्रक्रिया भी सम्पन्न होगी”। यही कारण है कि धामी सरकार सिर्फ़ वादे नहीं बल्कि धरातल पर काम कर रही है। सीएम धामी इस लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं कि जिस काम की घोषणा की जाएगी, उसको धरातल पर भी उतारा जाएगा।