Monday , 23 December 2024
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प्रधान जी की नजर से प्रधानमंत्री और पंचायती राज दिवस

पंचायती राज दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के सभी पंचायत प्रधानों, सरपंचों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्य्म से सम्बोधित किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने गांव को सशक्त करने, मजबूत करने और पंचायतों को सभी कामकाजों के रिकॉर्ड को रखने के उद्देश्य से ई-ग्राम स्वराज एप्लिकेशन और स्वामित्व योजना की शुरुआत की। पीएम मोदी ने सभी पंचायत प्रतिनिधियों और समस्त देशवासियों को पंचायतीराज दिवस की शुभकामनाएं भी दी। इस अवसर पर केंद्रीय पंचायतीराज मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने केंद्र कहा कि मोदी सरकार द्वारा देश के ग्राम पंचायतों, ग्रामीण जन के विकास और उत्थान के लिए कार्य किये जा रहे हैं, जिससे गांव, गरीब खुशहाल और मजबूत हो।

ई-ग्राम स्वराज और स्वामित्व योजना

पीएम नरेन्द्र मोदी ने ई-ग्राम स्वराज और स्वामित्व योजना की शुरुआत के बाद,आजकल कोरोना महासंकट के काल में देशभर के पंचायत प्रतिनिधियों, प्रधानों, सरपंचों के कार्यों की सराहना की। पीएम मोदी ने प्रधानों, सरपंचों के सेवाभाव पर कहा कि आपने सोशल डिस्टेंस को 2 गज दूरी के सरल मंत्र में बदलकर एक बड़ा और महत्वपूर्ण कार्य किया है। साथ ही कहा कि गांव के लोगों ने भले ही बड़ी बड़ी यूनिवर्सिटी में शिक्षा न ग्रहण की हो, लेकिन इस लॉकडाउन के संकटकाल में जिस तरह के संस्कारों, परम्पराओं और सेवाभाव का आपने अद्भुत दर्शन कराया वो बड़े-बड़े लोगों के लिए अनुकरणीय है।

हमें आत्मनिर्भर बनना होगा

पीएम मोदी ने ग्राम स्वराज और स्वामित्व योजना की शुरुआत करते हुए सबसे मुख्य और महत्वपूर्ण बात कही कि हमें आत्मनिर्भर बनना होगा। यदि गांव आत्मनिर्भर होगा, जिला आत्मनिर्भर होगा, प्रदेश आत्मनिर्भर होगा, देश आत्मनिर्भर होगा तो हमें कहीं बाहर नही भटकना होगा। पीएम ने कहा कि आत्मनिर्भर गांवों से ही हम आत्मनिर्भर और एक मजबूत देश बन सकते हैं। गांव के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, गांव व शहर की दूरी को कम करने के लिए आज ई-ग्राम स्वराज और स्वामित्व योजना की शुरुआत की गई है। स्वामित्व योजना को फिलहाल उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा, बिहार और महाराष्ट्र में शुरू किया जाएगा, जिसे बाद में पूरे देश मे लागू करेंगे।

गांव में विकास कार्यों में पारदर्शिता

गांव में विकास कार्यों में पारदर्शिता लाने, सभी कामकाजों के लेखा-जोखा आदि सभी ई-ग्राम स्वराज से सरल और आसान होगा, जो एक अच्छी सुविधा है। गांव का व्यक्ति अपने मोबाइल पर ही सबकुछ जानकारी प्राप्त कर पायेगा। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना ने हमे जहाँ संकट में धकेला है। वहीं, कुछ सीख, शिक्षा भी दी है। कोरोना ने लोगों के कामकाज का तरीका बदला है। लोगों के जीवन में एक बड़ा परिवर्तन किया है। पीएम मोदी ने कहा कि आज लगभग सवा लाख गांवों में ब्रॉड बैंड सेवा है तो लभगभ 3 लाख कॉमन सर्विस सेंटर काम कर रहे हैं। इसी कारण आज इतने बड़े पैमाने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हो रही है। अब समय बदल गया है लाभार्थी को उसका पूरा फायदा हम पहुंचा रहे हैं।

संकटकाल में शानदार सेवाभाव

पीएम ने सभी प्रधानों, सरपंचों द्वारा इस संकटकाल में शानदार सेवाभाव और बेहतरीन कार्यों के लिए सभी को सराहा और बधाई भी दी। पंचायतीराज दिवस के अवसर पर पुरुस्कार प्राप्त करने वाले देश के सभी प्रधानों, सरपंचों और उनकी ग्राम पंचायतों को पीएम मोदी ने बधाई दी। साथ ही पीएम ने अन्य प्रतिनिधियों से पुरस्कार ग्रहण करने वालों का अनुकरण करने की बात कही।पीएम मोदी ने अपनी बात में कहा कि पंचायते स्वराज का आधार है, मजबूत और सशक्त पंचायत ही मजबूत लोकतंत्र की रीढ़ है। पीएम मोदी ने सभी प्रधानों और ग्रामीणजनों से कोरोना के इस संकटकाल में बारिश में सतर्कता बरतने की बात कही। पीएम ने कहा बारिश में संक्रमण का खतरा सबसे अधिक रहता है अतः सभी सतर्क रहें, सभी देशवासियों के जज्बे,जागरूकता से ही हम कोरोना को मात दे सकते हैं।

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस

राष्ट्रपति महात्मा गांधी ने कहा था कि गांवों में भारत की आत्मा बसती है अतः गांवों को मजबूत और सशक्त बनाकर हम देश को मजबूती दे सकते हैं। स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक व्यवस्था की आवश्यकता पर देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू जी के शासनकाल में 1957 में बलवंत राय मेहता की एक कमेटी गठित की गई थी। उसके बाद देश के अब तक के सबसे युवा प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी ने पंचायतों को मजबूती देने के लिए अपने कार्यकाल में एक प्रस्ताव तैयार करवाया था, जिसे देश के पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में 73वें संविधान संसोधन अधिनियम 1993 पारित होकर आज के ही दिन 24 मार्च 1993 से लागू हुआ था। 27 मई 2004 को पंचायतों के विकास के उद्देश्य से एक अलग मंत्रालय बना। 2010 से प्रत्येक वर्ष आज के ही दिन इसको मनाने की शुरुआत हुई। आज देश की पंचायत व्यस्थाप एक मजबूत ढांचे के रूप में खड़ी है।

पंचायत प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं

ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत देश के ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, वार्ड सदस्य से लेकर, ग्राम प्रधान, सरपंच, बीडीसी सदस्य, ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष आदि पदों पर रहकर पंचायत प्रतिनिधि स्थानीय सरकारों की बागडोर सम्भालकर देश के विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इनमें बड़ी संख्या में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका है। कई राज्यों में तो 50 फीसदी तक पंचायतों की बागडोर को महिलाएं सम्भाल रही है। गांधी जी के सपनों के मजबूत पंचायतों के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार कार्य कर रहे हैं। जल्द देश की पंचायतें अधिक शसक्त और मजबूती के साथ आत्मनिर्भर बनें ऐसी कामना हम करते हैं। इस कोरोना महामारी का जल्द विनाश हो और देश के हर हिस्से में खुशहाली लौटे। गांव मजबूत हों। इन्ही कामनाओं के साथ, सभी देशवासियों, देश के समस्त पंचायत प्रतिनिधियों, समस्त पंचायतों को मेरी तरफ से बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।
मजबूत गांव, मजबूत राष्ट्र।

हारेगा कोरोना, जीतेगा देश।

चंद्रशेखर पैन्यूली, ग्राम प्रधान
लिखवार गांव, टिहरी
उत्तराखंड

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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