Wednesday , 18 September 2024
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CM धामी ने चंपावत के टनकपुर, बनबसा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण, सुनी प्रभावितों की समस्याएं

  • प्रत्येक प्रभावित को हुई क्षति का मुआवजा मिले, यह सुनिश्चित किया जाय.

  • अधिकारी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जाकर कैम्प कर राहत कार्यों को तेजी से सम्पन्न कर, धरातल पर कार्य करें।

 लगातार हो रही भारी बारिश के चलते जनपद चंपावत में हुए नुकशान के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में जल भराव से हुए नुकशान व प्रभावितों से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी टनकपुर व बनबसा पंहुचे और अधिकरियों से हुए नुकसान की जानकारी लीं। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी व अधिकारियों से आपदा के कारण हुए क्षति, नुकसान की जानकारी ली और आश्वस्त किया की भारी बारिश के कारण प्रभावित लोगों को जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई सरकार द्वारा की जायेगी, जिस हेतु उन्होंने कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत एवं जिलाधिकारी नवनीत पांडे को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश देते हुए कहा कि तत्काल प्रभावितों को सहायता राशि वितरित करने के साथ ही रिस्टोरेशन के कार्य तत्परता से किए जाय व समय समय पर किए जा रहे कार्यों एवं प्रस्तावित कार्यों की मॉनिटरिंग करें।
  • मानसून काल में अधिकारियों, कर्मचारियों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

  • पूर्णागिरि आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए कराएं दर्शन।

भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने सैलानीगोठ, शारदा घाट पहुंचकर जल भराव के साथ ही अन्य प्रकार से प्रभावित लोगों से वार्ता कर भरोसा दिलाया कि सरकार इस आपदा की घड़ी में प्रभावित लोगों की सहायता हेतु प्रतिबद्ध है। शारदा घाट में स्थानीय लोगों ने माननीय मुख्यमंत्री को बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा  किए गए कार्यों के कारण क्षेत्र में नुकसान कम हुआ है,जिसके लिए उन्होंने मा.मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया तथा मांग की कि इसी प्रकार के बाढ़ सुरक्षा के कार्य अन्य स्थानों में भी कराए जाय। इस दौरान मा.मुख्यमंत्री ने टनकपुर, बनबसा क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया,तत्पश्चात  अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों को शीघ्र ही बाढ़ से प्रभावित़ क्षेत्रों, परिवारों को हुई क्षति व नुकसान की जानकारी लेते हुए प्रभावितों को तत्काल राहत राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रभावित लोगों से मुलाकात कर कहा कि इस संकट में सरकार प्रभावित लोगों को हर सम्भव मदद पहुचाने के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार लोगों को हुए नुकसान की भरपाई करेगी। उन्होंने  अधिकारियों को निर्देश दिये कि भारी बारिश के चलते जनपद में हुए सरकारी परिसम्पत्तियों का आंकलन शीघ्र तैयार कर उसके भरपाई हेतु प्रस्ताव अविलम्ब तैयार कर शासन को भेजें, ताकि सरकारी परिसम्पत्तियों को हुए नुकसान की भरपाई शीघ्र की जा सकें।
  • शारदा नदी से हो रहे भू-कटाव को रोकने के लिए उठाए जाएं शीघ्र उचित कदम.

  • टनकपुर किरोड़ा नाले के स्थाई उपचार व डायवर्जन का यथाशीघ्र बनाया जाए स्थाई प्रस्ताव व समाधान।

उन्होंने सभी सड़क मार्ग निर्माण संस्थाओं को निर्देश दिये कि जैसे ही सड़क मार्ग अवरूद्ध होने की सूचना प्राप्त होती है तो तत्काल सड़क मार्ग को खोलते हुए सुचारू करने हेतु कार्य करें, ताकि किसी भी यात्री को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उन्होंने टनकपुर, बनबसा मैदानी क्षेत्रों में जहा-जहा जल भराव हुआ है वहा से पानी की निकासी की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। मुख्यमंत्री ने बताया कि टनकपुर, बनबसा क्षेंत्रों में जो ड्रेनेज की समस्या के स्थाई समाधान हेतु धनराशि अवमुक्त कर दी जायेगी,  जिससे यहा के लोगों को ड्रेनेज की समस्या से निजात मिल जायेगा।
 उन्होंने सिचाई विभाग को किरोड़ा नाला के डाईवर्जन के लिए  बृहद कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये, ताकि किरोड़ा नाला का पानी आबादी क्षेत्र में ना जाये और लोगों को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी नालियां चोक हुई हैं उन्हें तत्काल खोलने की कार्यवाही करें और कही भी चोक नालियों की वजह से जल भराव की स्थिति न आये। साथ ही सड़कों पर आये मलवा, बोल्डर आदि के निस्तारण की कार्यवाही तुरन्त करने के निर्देश सड़क निर्माण विभागों के अधिकारियों को दिये।
  • अतिवृष्टि से हुए नुकसान की रिपोर्ट अविलंब शासन को उपलब्ध कराएं अधिकारी।

  • टनकपुर बनबसा में प्रस्तावित ड्रेनेज सिस्टम शीघ्र धरातल पर उतारेगी सरकार।

उन्होंने कहा किरोड़ा पुल से लेकर बाटनगाढ़ तक यदि मलवे आदि के कारण मार्ग अवरूद्ध हो तो उसके तत्काल खोलने की कार्यवाही करें ताकि मॉ पूर्णागिरि के दर्शन हेतु आये श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो। उन्होंने जल संस्थान एवं विघुत विभाग को निर्देश दिये कि पानी एवं विद्युत की व्यवस्था चौबिसों घण्टे सुचारू रखने हेतु कार्य कर लें। उन्होंने कहा कि विगत दिनों से हुए भारी बारिश के कारण जो भी नुकसान हुआ है उसके तत्काल आंकलन हेतु समय आ गया है कि अधिकारी शीघ्र ही मौके पर जाकर हुए नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें और लोगों की समस्याओं का समय से समाधान करें।
  • जनपद के आला अधिकारी मानसून काल में अतिवृष्टि की मौके पर जाकर करें मॉनिटरिंग।

  • NHPC  के अधिकारियों को दिए निर्देश, कहा- अलर्ट जारी करने के बाद ही नदी में छोड़ें पानी .

इस दौरान जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे ने बताया कि भारी बारिश के दौरान सोमवार तक जनपद में 01 जनहानि, 17 गाय तथा 43 बकरियों की हानी हुई है, 02 भवन पूर्ण क्षतिग्रस्त तथा 42 भवन आंशिक क्षतिग्रस्त हुए।  उन्होंने बताया कि टनकपुर, बनबसा क्षेत्र में जल भराव से प्रभावित परिवारों को राहत शिविर एवं उनके रिश्तेदारों के वहा पहुंचाया गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा शारदा नहर पर बने सिल्ट इंजेक्टर क्षेत्र का भी निरीक्षण किया तथा महाप्रबंधक एनएचपीसी को आवश्यक निर्देश दिये।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.
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