देहरादून: उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लाॅक के मसरी गांव के बुजुर्ग चंद्र सिंह हल्द्वानी में कई सालों से रह रहे अपने बेटे से मिलने के लिए गए थे। वो हल्द्वानी तो पहुंच गए, लेकिन रास्ता भटक जाने के कारण बेटे के पास नहीं पहुंच पाए। दो दिन तक उनको बनभूलपुरा पुलिस ने उनको रैनबसेरे में रखा। जहां उनके खाने की व्यवस्था आदर्श उत्थान मंच के लोगों ने की।
मसरी गांव के चंद्र सिंह को केवल इतना पता था कि उनका बेटा गौलापार में रहता है। लेकिन, इससे ज्यादा उनको कुछ पता नहीं था। उनको रैन बसरे में रखने के बाद पुलिस भी चुप हो गई। लेकिन, आदर्श उत्थान मंच ने उनको उनके बेटे से मिलवाने के लिए प्रयास जारी रखे। मंच के नरेंद्र आर्य ने टीवी चैनलों के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से बुजुर्ग के उनके बेटे से मिलवाने में मदद करने की अपील की।
इसके बाद पहाड़ समाचार को मामले की जानकारी सोशल मीडिया से लगी। पहाड़ समाचार की टीम ने मामले की गंभीरता को समझते हुए उत्तरकाशी एसपी पंकज भट्ट से बात की। एसपी पंकज भट्ट ने भी पूरी संवेदनशीलता के साथ तत्काल मोरी थाने से संपक कर परिजनों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए कहा। इससे पहले भी एसपी पंकज भट्ट फोन पर सूचना देने के बाद कार्रवाई कर चुके हैं।
मसरी गांव के चंद्र सिंह बेटे से मिलने के बाद बेहद खुश नजर आए। उनका बेटा काफी समय पहले हल्द्वानी चले गए थे और लंबे वक्त से वहीं गौलापार रहे हैं। पहाड़ समाचार और उत्तरकाशी एसपी पंकज भट्ट की सक्रियता के बाद बुजुर्ग को उनके बेटे से मिलवाया। साथ ही आदर्श उत्थान मंच के लोगों ने पूरे मामले सराहनीय भूमिका निभाई।