बड़कोट: नौगांव-गडोली-राजगढ़ी मार्ग कई गांवों को जोड़ने वाला मार्ग है। लेकिन, इस मार्ग की हालत बेहद खस्ता बनी हुई है। गडोली के पास के नदी के तेज बहाव के कारण प्रत्येक साल लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्रीय लोग जान जोखिम में डालकर नदी को पार करते हैं। स्थिति यह है कि जब से सड़क बनी है, इस जगह पर कभी पुल बनाने की जहमत नहीं उठाई गई। जबकि लगातार पुल निर्माण की मांग होती रही है।
नदी में उफान
आज भी भारी बारिश के कारण कांडा, बिगराड़ी से आने वाली नदी में उफान आ गया, जिसके चलते लोगों का मुख्य बाजार बड़कोर्ट, नौगांव, विकासनगर और देहरादून से संपर्क कट जाता है। सालों से लोक निर्माण विभाग इसी कौज पर करोड़ों का बजट खर्च कर चुका है।
लगातार पुल की मांग की जा रही है
सवाल यह है कि जब लगातार पुल की मांग की जा रही है तो विभागीय अधिकारी पुल क्यों नहीं बना रहे हैं। यहां पुल बनाने का प्रस्ताव शासन में गया था। पुल की स्वीकृति मिल भी जाती, लेकिन कोरोना के बहाने सरकार ने इसको फिर ठंडे बस्ते में डाला दिया।
अधिकारियों को इसका संज्ञान लेना चाहिए
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इसका संज्ञान लेना चाहिए था, लेकिन विभागीय अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं, जिसका खामियाजा लोगों को भगुतना पड़ता है। इस मार्ग से क्षेत्र के कई गांव प्रभावित होते हैं। पुल नहीं बनने की स्थिति में क्षेत्रीय लोगों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
समस्या का समाधान करना चाहिए
सामाजिक कार्यकर्ता और राज्य दिव्यागंजन कल्याण बोर्ड के सदस्य सुरेंद्र रावत ने सोशल मीडिया में पोस्ट की है। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग को इस समस्या का समाधान करना चाहिए। वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता धनवीर रावत ने कहा कि बनाल क्षेत्र के लोगों को हर साल बरसात में इस समस्या से जूझना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही पुल निर्माण का फेसला नहीं लिया जाता है, तो क्षेत्रीय लोग आंदोलन करेंगे।