पुरोला में कथित लव जिहाद के खिलाफ चल रहा आंदोलन देशभक्त चर्चाओं में है 15 जून को पूर्व प्रधान संगठन ने महापंचायत का ऐलान किया है इस ऐलान के बाद से ही राष्ट्रीय राजनीति में भी हलचल मची हुई है अब इस मामले में ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी बयान जारी कर महापंचायत को रोकने की मांग की है।
AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इसे लेकर ट्वीट किया है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 15 जून को होने वाली महापंचायत पर तुरंत रोक लगाई जाए। वहां रह रहे लोगों को सुरक्षा प्रदान किया जाए।
उन्होंने कहा कि वहां से पलायन कर गए लोगों को वापस बुलाने का इंतज़ाम किया जाए। भाजपा सरकार का काम है कि गुनहगारों को जेल भेजे और जल्द अमन क़ायम हो।
भड़काने का प्रयास
पुरोला छोड़ चुके BJP अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मो. जाहिद मलिक ने सोशल मिडिया पर बयान जारी कर कहा कि पुरोला में प्रदर्शन के दौरान समुदाय विशेष की महिलाओं के लिए अपशब्द बोले गए।
जिसका पुरोला में रह रहे मुस्लिम समुदाय के बाले खां सहित अशरफ और जावेद ने खंडन किया है।
सवाल यह है कि क्या वो पुरोला में दंगा भड़काना चाहता है। आखिर पुरोला में रहते वक्त उन्होंने इस पर कोई बयान क्यों नहीं दिया। कहीं कई दिनों बाद इस तरह के बयान देना किसी सोची-समझी रणनीति का हिस्सा तो नहीं है?