Monday , 16 June 2025
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मौसम विभाग का अलर्ट (weather alert)

उत्तराखंड: 5 दिन के लिए मौसम विभाग का अलर्ट, चारधाम यात्रा मार्गों पर बढ़ेगी टेंशन, बरतें सावधानी!

देहरादून: मानसून ने भले ही अभी दस्तक ना दी हो, लेकिन उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में मौसम करवट बदलने लगा है। लगभग सभी पहाड़ी जिलों में बारिश का सिलसिला रुक-रुक कर जारी है। इस बीच मौसम विभाग ने भी येलो अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग के अनुसार आज से अगले पांच दिनों तक पहाड़ से लेकर मैदान तक कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। मौसम अलर्ट के अनुसार 3 जून से 6 जून तक बारिश का सिलसिला लगातार जारी रह सकता है। बारिश के चलते पहाड़ी जिलों में मलबा आ जाता है, जिसके चलते मार्ग बाधित हो जाते हैं। हालांकि, सरकार का दावा है कि मार्गों का खोलने के लिए जेसीबी मशीनें तैनात की गई हैं। वैकल्पिक मार्गों को भी दुरुस्त किया गया है।

इस तरह के दावे हर बार किए जाते हैं, लेकिन धरातल पर कुछ नजर नहीं आता है। इन दिनों चारधाम यात्रा चरम पर है। ऐसे में भारी बारिश होने की स्थिति में तीर्थ यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के अलर्ट के बाद चारधाम यात्रा वाले जिलों के अधिकारी भी अलर्ट मोड़ पर हैं। सभी संबंधित विभागों को ऑन कॉल रहने के लिए कहा गया है।

मौसम विभाग के अनुसार 3 से 6 जून तक उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, देहरादून, टिहरी, हरिद्वार, नैनीताल, पिथैरागढ़, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चम्पावत और ऊधमसिंह नगर जिलों के लिए येलो अलर्ट किया है। हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में आज मौसम साफ है। तापमान में कुछ गिरावट जरूर दर्ज की गई है। हालांकि, वह नाकाफी है।

ये हो सकते हैं खतरे

  • कहीं-कहीं बबजली थगरने से जान-माल का ख़तरा है.
  • संवेदनशील इलाकों में कहीं-कहीं चट्टानें गिर सकती हैं.
  • खुले में खड़े वाहन को नुकसां हो सकता है.
  • झोंकेदार हवाओं / झक्कड़ से कच्चे/असुरक्षक्षत मकानों में नुकसान हो सकता है.
  • झक्कड़ से पेड़ों के जड़ से उखड़ने व शाखाएं टूट सकती हैं.
  • कहीं-कहीं बरसाती नालों में अचानक उफान आ सकता है.

मौसम विभाग की एडवाइजरी

  • कटी हुई उपज (यदि खेत में हो) को सुरक्षक्षत स्थान पर रखें।
  • गर्जना /आकाशीय बिजली/ झोंकेदार हवाओं के समय घर के अन्दर रहे, खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें।
  • नदी/नालों के समीप रहने वाले लोगों और बस्तियों को सुरक्षात्मक उपाय करने चहिये।
  • गर्जना /आकाशीय बिजली के दौरान बिजली से संचालित होने वाले उपकरणों को बंद कर दें।
  • गर्जना/आकाशीय बिजली / झोंकदार हवाओं के दौरान जानवरों को बाहर न बांधें।
  • लोगों को सलाह दी जाती है कि गर्जना /आकाशीय बिजली/ झोंकेदार हवाओं
    के समय सुरक्षित स्थानों/ पक्के मकानों में शरण लें. पेड़ों के नीचे खड़े ना रहें।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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