रुद्रपुर: आंदोलन में शामिल होने के लिए देशभर से किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं। दिल्ली कूच के दौरान एक दिन पहले ऊधमसिंह नगर पुलिस ने दिल्ली जाने वाले रास्तों को सील कर दिया था। उत्तराखंड की सीमा पर किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ दिए थे। इस दौरान पुलिस के कई अधिकारियों और सिपाही चोटिल हुए थे। पुलिस के साथ अभद्रता भी की गई। इस मामले में ऊधमसिंह नगर पुलिस ने करीब 1500 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
शुक्रवार को ऊधमसिंह नगर जिले से किसान दिल्ली रवाना होने के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस ने उनको रोकने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग लगा दी थी। रास्तों को बंद कर दिया गया था। इसको लेकर किसानों की पुलिस से तीखी झड़पें हुई। सितारगंज में ट्रैक्टर चढ़ाकर बैरिकेडिंग तोड़ दिए गए। इस बीच झनकईया थानाध्यक्ष, एसएसआई और एक कांस्टेबल घायल हो गया।
सिसईखेड़ा में बैरिकेडिंग तोड़कर आए ट्रैक्टर-ट्रॉली से नानकमत्ता के थानाध्यक्ष कमलेश भट्ट के दाहिने हाथ और बायें पैर पर चोट लगी है। नानकमत्ता में झड़प के दौरान एसओ की वर्दी फाड़ने का भी किसानों पर आरोप लगा है। पुलिस के अनुसार बाजपुर में भी बैरिकेडिंग तोड़कर किसानों के 400 वाहनों का जत्था दिल्ली कूच कर गया। कुछ जगहों पर पुलिस के रोकने के बाद किसान अपने वाहन छोड़की चले गए।