देहरादून: धामी सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट में गेस्ट टीचरों को बड़ी राहत दी थी। सरकार ने कहा था कि गेस्ट टीचरों के पद रिक्त नहीं माना जाएंगे। साथ होम डिस्ट्रिक्ट में नियुक्ति और मानदेय बढ़ाने का फैसला भी लिया था। लेकिन, अब सरकार ने अटल उत्कृष्ट स्कूलों में स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति के साथ ही शिक्षा विभाग ने अतिथि शिक्षकों को नौकरी से हटाना शुरू कर दिया।
धामी कैबिनेट की पहली में गेस्ट टीचरों की समस्याओं को देखते हुए 3 फैसले लिये गए थे। जिसमें वेतन वृद्धि के साथ गेस्ट टीचरों के पदों को रिक्त न मानने का फैसला भी शामिल था। लेकिन डेड महीने बाद किसी भी फैसले पर शाश्नादेश जारी नही हो पाया। जबकि अटल आदर्श स्कुलो में सेवाएं दे रहे करीब 400 गेस्ट टीचर बाहर होने की स्थिति में आ गए। जबकि सरकार ने गेस्ट टीचरों के पदों को रिक्त न मानने का फैसला लिया था।
शिक्षा मंत्री के समकक्ष अटल आदर्श स्कूलों में नियुक्त गेस्ट टीचरों की प्रभावित होने की समस्या पहले ही गेस्ट टीचर उठा चुके है। 16 अगस्त को शिक्षा मंत्री ने अटल उत्कृष्ट स्कुलो में नियुक्ति को लेकर विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया किन्तु जो गेस्ट टीचर अटल स्कुलो में पहले से ही नियुक्त हैं उनके सम्बन्ध में कोई निर्देश नही दिए जाने से सभी गेस्ट टीचरों में भारी नारजगी और आक्रोश में है।
गेस्ट टीचरों सरकार से मांग कर रहे है कि सरकार जल्द कैबिनेट में लिए फैसलो पर शीघ्र शाश्नादेश जारी कराए। अटल उत्कृष्ट स्कुलो में नियमित नियुक्ति से प्रभावित अथिति शिक्षकों का एक सफ्ताह के अंदर समायोजन और जून माह में गेस्ट टीचरों के रुके वेतन के लिये शीघ्र आदेश जारी हो ।
189 अटल स्कूलों में करीब 400 शिक्षकों की नौकरी खतरे में पड़ चुकी है। अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री दौलत जगूड़ी ने कहा कि पिछले दिनों कैबिनेट मीटिंग में निर्णय किया गया था कि अतिथि शिक्षक के पद सुरक्षित रखे जाएंगे। लेकिन अब अटल उत्कृष्ट स्कूलों में तैनातियों की वजह से अतिथि शिक्षकों को हटाया जा रहा है।
कई जिलों में इस बाबत आदेश किए जा चुके हैं। दूसरी तरफ जून महीने का वेतन भी काट लिया है। बीते रोज ही शिक्षा विभाग अटल उत्कृष्ट स्कूलों के एलटी और प्रवक्ता कैडर के 870 रिक्त पदों पर स्थायी शिक्षकों की तैनाती के आदेश किए हैं। नियमानुसार स्थायी शिक्षक की नियुक्ति होने पर अतिथि शिक्षक को हटना पड़ता है।
लेकिन, पिछले सरकार ने अतिथि शिक्षकों के पदों को सुरक्षित रखने का वादा किया था। शिक्षा मंत्री अतिथि शिक्षकों के भविष्य को लेकर सरकार गंभीर है। पहले तो उन्हें हटाया नहीं जाएगा, यदि स्थायी शिक्षक की नियुक्ति की वजह से हटना पड़ता है तो उन्हें दूसरे रिक्त पद वाले स्कूलों में समायोजित किया जाएगा।