देहरादून: DGP अभिनव कुमार ने जिलों के पुलिस अधिकारियों (जनपद प्रभारियों) धार्मिक जुलूसों एवं धरना/प्रदर्शनों के दौरान आम जनमानस को हो रही असुविधा को दृष्टिगत, सार्वजनिक शान्ति व्यवस्था को देखते हुए जुलूसों को विनियमित करने के उद्देश्य से आयोजनों की अनुमति के सम्बन्ध में सम्बन्धित जिलाधिकारी से समन्वय कर जरूरी कदम उठाने के लिए कहा गया है। लेकिन, सवाल यह है क्या अब जुलूस-प्रदर्शन के लिए भी सरकारी छुट्टी का इंतजार करना होगा?
1. आयोजनों हेतु यह संज्ञान में रखा जाये कि किसी भी आयोजन से अस्पताल व शिक्षण संस्थाओं के कार्यों में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।
2. आयोजनों से मरीजों व छात्र-छात्राओं को विद्यालय आने-जाने में कोई रूकावट उत्पन्न न हो।
3. आयोजनों की समय सीमा निर्धारित की जाये तथा निर्धारित समय के पश्चात उक्त जमाव को अविधिमान्य जन समूह घोषित किया जाये।
4. आयोजनों हेतु अनुमति दिये जाने से पूर्व यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि उक्त आयोजन से आम जनमानस के सामान्य जीवन में कोई रूकावट उत्पन्न न हो।
5. जुलूस, प्रदर्शन आदि का मार्ग विनियमित करने से पूर्व उपरोक्त उल्लेखित समस्याओं को संज्ञान में रखा जाये।
6. आयोजनों की सामान्यतः अनुमति राजकीय कार्य दिवसों पर न दी जाये।
7. आयोजनों की अनुमति अधिक से अधिक राजकीय अवकाशों के दौरान दी जाये।
8. धरना-प्रदर्शन आदि यथा सम्भव निर्धारित धरना स्थल पर ही करने की अनुमति दी जाये।