देहरादून: राजनीति के माहिर खिलाड़ी हरीश रावत ने एक बार फिर लोगों की भावनाओं को छूने का प्रयास किया है।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हरीश रावत ने इमोशनल कार्ड खेलते हुए कहा कि ये उनका आखिरी चुनाव है। हरीश रावत जो भी कहते हैं, भाजपा के नेता उनके बयानों को लपक लेते हैं। ऐसा लगता है, जैसे उनकी नजर हरीश रावत पर ही टिकी रहती है कि वो कब क्या करने वाले और बोलने वाले हैं।
पांच साल तक सत्ता से बाहर रहने के बाद कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए पूरी ताकत झोंके हुए हैं। तमाम विवादों और लाड़ाई-झगड़ों के बाद कांग्रेस लगातार इस प्रयास में है कि किसी भी हाल में सत्ता में वापसी की जाए। कांग्रेस नई टीम की घोषण करने के बाद पूरी टीम लगभग नई कर दी, लेकिन चुनाव संचालन समिति की कमान एक बार फिर हरदा के हाथों में सौंप दी।
चुनाव संचालन समिति के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अब जन भावनाओं को भुनाने के लिए इमोशनल कार्ड चला है। उन्होंने कहा है कि 2022 का विधानसभा चुनाव उनका अंतिम चुनाव होगा। इसके जवाब में भाजपा ने उन पर तंज कसा है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हरीश रावत अब बूढ़े हो चले हैं।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अब हरीश रावत की अब काफी उम्र हो गई है। उनके दायें हाथ को पता नहीं होता कि बायां हाथ क्या कर रहा है। दरअसल, हरदा और त्रिवेंद्र के बीच नोकझोंक कोई नई बात नहीं है। त्रिवेंद्र के मुख्यमंत्री रहते हुए हरीश रावत ने उन पर तंज कसने का कोई मौका नहीं छोड़ा।
अब देखना होगा कि हरीश रावत इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं। हरदा अक्सर पलटवार करने के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में उनके और अनिल बलूनी के बीच भी सोशल मीडिया में खूब तकरार हुई, थी लेकिन अब दोनों सोशल मीडिया के जरिए ही अपनी सोशल लड़ाई को खत्म कर दिया है।