Monday , 23 December 2024
Breaking News

बड़ी खबर : बेरोजगारों के हक पर ‘कुंडली’, किसके कहने पर रोकी 7000 पदों पर भर्तियां ?

  • बेरोजगारों के हक पर सरकार की ‘कुंडली.

  • उत्तराखंड में बड़ी संख्या में बेरोजगार हैं.

देहरादून : उत्तराखंड में बेरोजगारी दर राष्ट्रीय स्तर से ज्यादा है। देश की बेरोजगारी दर भी पिछले 40 सालों के न्यूनतम लेवल तक लुड़की और अब भी लुड़क ही रही है। बावजूद सरकार रोजगार को लेकर बहुत ज्यादा गंभीर और संवेदनशील नजर नहीं आती। बेरोजगारों की बात करें तो उत्तराखंड में बड़ी संख्या में बेरोजगार हैं। बेरोजगार सरकार से भर्तियां निकालने की मांग करते रहते हैं। लेकिन, सरकार भर्तियां निकालने को राजी नहीं है।

PM मोदी की टीम में IAS मंगेश घिल्डियाल समेत इन 3 AIS को बड़ी जिम्मेदारी

इतना ही नहीं जिन पदों पर वैकेंसी ने कली भीं। वह भर्तियां या तो घपले और घोटालों की बलि चढ़ गई या फिर गड़बड़ी के कारण अधर में लटक गईं। बेरोजगारी का आलम यह है पिछले दिनों ही वन दरोगा भर्ती पूरी नहीं के काराण एक युवा ने आत्महत्या कर ली। सरकार इस घटना के बाद भी जागती नजर नहीं आ रही है। सरकार कई सरकारी पदों के खाली होने के बाद भी भरना नहीं चाहती है। यह खुलासा RTI में हुआ है। आरटीआई में हुए खुलासे ने सरकार के दावों की पोल खोल कर रख दी।

उत्तराखंड में पलायन सबसे बड़ी समस्या है और इस सबसे बड़ी समस्या का कारण है रोजगार के अवसरों के लिए युवाओं का दूसरे शहरों में जाना। यह आंकड़े सरकार के सर्वे के बाद सामने आए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड में जिस पलायन को लेकर सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है। पलायन आयोग बनाया गया।

यहां तो सिस्टम को ही सांप डस चुका है…

उस सबसे बड़े कारण का समाधान करने के बजाय सरकार उस पर चुप्पी साधे हुए है। पलायन के सबसे बड़े कारण को खत्म करने के लिए सरकार कदम उठाने के बजाय हवाई दावे और कोरी घोषणाएं कर रही है।

कोरोना की चपेट में MLA और मंत्री, 4 दिन में 4000 मामले, सरकार कह रही डोंट वरी…कैसे ?
राज्य के कई सरकारी विभागों में हज़ारों पद खाली पड़े हैं। इनको भरने के लिए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से मांग भी की गई है। आयोग के पास करीब 7000 पदों के ऐसे अधियाचन फ़ाइलों में बंद हैं। इस से पता चलता है कि सरकार सरकारी नौकरियों को लेकर कितनी गंभीर है। यह बड़ा खुलासा RTI में हुआ है

रण दूर है पर तैयारी जारी…दीपक की एंट्री से किसे है सियासी जमीन खिसकने का डर!

NEWS 18 की एक रिपोर्ट के अनुसार RTI एक्टिविस्ट रामेश्वर कंडवाल ने उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग में RTI में सूचना मांगी थी। जवाब में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के पास करीब 7 हज़ार भर्ती के अधियाचन पड़े हैं। इनमें LT के लगभग 1500 पदों के साथ ही ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के 225 और 380 पद खाली हैं।

RAT में निगेटिव आने के बाद भी करना होगा RT-PCR टेस्ट, ये है बड़ा कारण

राज्यभर में पटवारी के 450 पद खाली पड़े हैं। 10वीं, 12वीं और स्नातक के हज़ारों पद खाली हैं। राज्य में हजारों पद खाली पड़े हैं। लाखों की संख्या में युवा बेरोजगारों की फौज खड़ी है। कई युवा बेरोजगार बड़ी-बड़ी डिग्रियां हासिल करने के बाद भी इन सरकारी नौकरियों के निकलने के इंतजार में ओवरएज हो रहे हैं। कई युवा ऐसे भी हैं जो ओवरएज होने के कारण अब इन नौकरियों के काबिल नहीं रहे हैं। मजबूरन उन्हें दूसरे राज्यों में पलायन करना पड़ा है।

हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करें…https://www.youtube.com/channel/UCur-S2FXMmMgczMiDFMyreQ

-प्रदीप रावत (रवांल्टा)

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

Check Also

उत्तराखंड : प्रदेशभर में सड़कों पर उतरे युवा, थमने वाला नहीं बेरोजगारों का गुस्सा

देहरादून : बेरोजगारों पर लाठीचार्ज और पत्थरबाजी के विरोध में बेरोजगार संघ ने उत्तराखंड बंद …

error: Content is protected !!