पिथौरागढ़: गुलदारों के आतंक से उत्तराखंड का शायद ही ऐसा कोई इलाका बचा होगा, जहां गुलदार आए दिन किसी ना किसी पर हमला कर देते हैं। कई लोगों की अब तक जान ले चुके हैं। कई लोगों को जीवनभर के लिए अपंग कर चुके हैं। गुलदार के आतंक का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पौड़ी जिले में भरतपुर गांव लोगों ने केवल गुलदार के डर से छोड़ दिया।
गुलदार के हमले का ताजा मामला पिथौरागढ़ जिले में सामने आया है। जिले के चचरेत गांव में घर की रसोई में काम कर रही एक महिला की पीठ से उसकी ढाई साल की बेटी को गुलदार झपट्टा मारकर उठा ले गया। घटनास्थल से कुछ दूरी पर बच्ची का शव पड़ा मिला। इससे कुछ ही देर पहले मासूम अपने परिजनों के साथ गांव में खतड़वा लोकपर्व मनाकर घर लौटी थी।
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शनिवार देर शाम कविता देवी पत्नी पान सिंह महरा गांव में अपने घर के समीप परिजनों के साथ खतड़वा लोकपर्व मनाकर लौटी थीं। इसके बाद वह रसोई में काम करने में जुट गईं। पीठ पर उनकी ढाई साल की बेटी भारती थी। अचानक गुलदार ने पीछे से घात लगाकर हमला किया और मासूम बच्ची को झपट्टा मारकर जंगल की ओर उठा ले गया।
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परिजन शोर मचाते हुए जंगल की ओर भागे। करीब 150 मीटर दूरी पर परिजनों को बच्ची मृत अवस्था में मिली। इससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि गांव के आसपास गुलदार का जोड़ा पिछले कई दिनों से घूम रहा था। इसकी सूचना वन विभाग को भी दी गई थी।