देहरादून : मौसम की बेरुखी जहां वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा रही है, वहीँ, फसलों पर पड़ने वाले असर को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं. जहां, पहले के सालों में अब तक बर्फ़बारी हो जाती थी, वहीं इस साल एक बार भी बर्फ़बारी नहीं हुई है, इस्थिति यह है कि केदारनाथ समेत अन्य उंचाई वाले इलाकों में बर्फ तेजी से पिघल रही है.
राहत की बात यह है की इस बीच मौसम विभाग नें मौसम का मिजाज बदलने अनुमान लगाया है. मौसम विभाग ने कई इलाकों के लिए हल्की बारिश तो ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए बर्फबारी की संभावना जताई है. मौसम वैज्ञानिकों के अलर्ट के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलों के डीएम को रैन-बसेरों में सुविधाएं बढ़ाने के दिए निर्देश दिए हैं.
मौसम विभाग से अनुसार राज्य के निचले इलाकों में बारिश हो सकती है. इसको लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया गया है. मौसम विभाग देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चम्पावत, नैनीताल, उद्धसिंह नाहर और हरिद्वार जिलों में कहीं-कहीं आकाशीय बिजली चमक सकती है. उंचाई वाले इलाकों में बर्फ़बारी हो सकती है.
उत्तराखण्ड में मौसम विभाग की ओर से बारिश के साथ ही ठंड बढ़ने की चेतावनी जारी की गई है. जिसके बाद सीएम धामी ने शनिवार को सभी जिलों के जिलाधिकारियों को रैन-बसेरों में पर्याप्त सुविधाएं जुटाने के साथ ही जरूरतमंद लोगों को रजाई और कंबल वितरित करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही सीएम ने सभी प्रमुख स्थानों पर अलाव के भी इंतजाम करने के लिए निर्देशित किया है.
सीएम ने कहा कि तहसील स्तर पर ठंड से बचाव के लिए पर्याप्त इंतजाम कर लिए जाएं. जरूरत के अनुसार रैन बसेरे शुरू करने के साथ ही रैन-बसेरों में आवासहीन लोगों और परिवारों को शिफ्ट किया जाए. खासकर बच्चों, महिलाओं और बीमार लोगों को तत्काल रैन-बसेरा की सुविधा दी जाए. जिला प्रशासन अपने स्तर से सावधानी बरतते हुए जरूरतमंद लोगों को हर तरह की आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएं.