देहरादून: नकल माफिया हाकम सिंह के रिसॉर्ट पर पिछले दिनों सरकार के निर्देश पर बुलडोजर चला दिया गया था। सरकार ने प्रदेश के सभी रिसॉर्ट और होटलों का डाटा भी तलब किया है। हाकम सिंह का रिसॉर्ट पूरी तरह से वन भूमि पर कब्जा कर बनाया गया था। ऐसे ही एक और रिसॉर्ट का मामला इन दिनों चर्चा में है। यह रिसॉर्ट उत्तरकाशी जिले के हर्षिल में बना हुआ है। हर्षिल कॉटेज के नाम से बने रिसॉर्ट का निर्माण भी वन भूमि पर कब्जा करके बनाया गया है।
यह रिसॉर्ट भटवाड़ी ब्लॉक के झाला में बनाया गया है। इसको लेकर वन मंत्री सुबोध उनियाल समेत CM हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई गई है। बावजूद, अब तक इस मामले में वन विभाग के अधिकारियों ने कोई एक्शन नहीं लिया है।
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बड़ी बात यह है कि वन मंत्री सुबोध उनियाल से भी इस मामले में शिकायत की गई। मंत्री की ओर से DFO को जांच के निर्देश भी दिए गए थे। लेकिन, वन विभाग के आला अधिकारियों ने मंत्री के निर्देशों का भी पालन नहीं किया। इससे वन विभाग के अधिकारियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
वन विभाग इस मामले को पहले राजस्व विभाग पर टालने की कोशिश कर रहा था। लेकिन, राजस्व विभाग ने पूरी भूमि का निरीक्षण कर यह साफ कर दिया है कि रिजॉर्ट राजस्व विभाग की जमीन पर नहीं, बल्कि वन भूमि पर बना हुआ है। सवाल यह है कि राजस्व विभाग की जांच के बाद भी वन विभाग के अधिकारी रिसॉर्ट को पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं।
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एक और अहम बात यह है कि CM पोर्टल पर की गई शिकायत में हर्षिल कॉटेज के मालिक जिला पंचायत सदस्य के पति के हाकम सिंह से संबंधों की बात भी कही गई है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि इस रिसॉर्ट में गलत कार्य भी होते हैं।
सवाल यह है कि आखिर वन विभाग इस मामले में क्यों चुप्पी साधे हुए है? आखिर ऐसा क्या है कि विभागीय अधिकारी कार्रवाई करने को तैयार नहीं हैं? इसको लेकर कई अन्य तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं? अब देखना यह होगा कि इस मामले में वन मंत्री सुबोध उनियाल क्या एक्शन लेते हैं?